प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज किसी दल का नाम लिए बिना कहा कि देश की राजनीतिक पार्टियों के अंदर आंतरिक लोकतंत्र का अध्ययन किया जाना चाहिये ताकि सच्चे लोकतांत्रिक मूल्यों को मजबूत किया जा सके । श्री मोदी ने नई दिल्ली भारतीय जनता पार्टी मुख्यालय में पत्रकारों के साथ दीपावली मंगल मिलन कार्यक्रम में कहा कि राजनीतिक दलों में आंतरिक लोकतंत्र , सांगठनिक व्यवस्था , चुनाव प्रणाली , पार्टी नेतृत्व आदि पर अध्ययन किया जाना चाहिये, जिससे लोगों को वास्तविक स्थिति की जानकारी मिल सके ।
उन्होंने कहा कि राजनीतिक दलों के चंदे को लेकर मीडिया में अच्छी चर्चा हुयी है लेकिन उनमें सच्चे लोकतांत्रिक मूल्यों को लेकर भी चर्चा की जानी चाहिये । प्रधानमंत्री ने कहा कि जब जनता पार्टी थी तो उसका स्वरुप छोटा था और किसी घटना पर केन्द्रीय नेतृत्व की जो प्रतिक्रिया होती थी, पार्टी के छोटे कार्यकर्ता की भावना भी ठीक उसी प्रकार की होती थी भले ही शब्दों के प्रयोग में अंतर होता था । उससे अलग होने के बाद बनी भाजपा का स्वरुप बहुत व्यापक हो गया है और विभिन्न मुद्दे पर अलग अलग स्वर निकलने लगे हैं ।
श्री मोदी ने कहा कि राजनीतिक दलों में किस प्रकार के लोगों को कार्यकर्ता बनाया जा रहा है, इस पर भी ध्यान दिया जाना चाहिये । उन्होंने अपने पुराने दिनों की याद ताजा करते हुए कहा कि उस दौरान वह पार्टी मुख्यालय में रहते थे । तब मीडिया का स्वरुप इतना व्यापक नहीं था । वह सात आठ चुने हुए पत्रकारों से बातचीत कर लेते थे और समाचार सभी जगह पहुंच जाता था । आज मीडिया का स्वरुप बहुत व्यापक हो गया है, जो एक चुनौती भी है ।