केंद्रीय खाद्य मंत्री और लोकजनशक्ति पार्टी के नेता रामविलास पासवान ने दावा किया है कि राजद व जदयू के गठबंधन स्थायी नहीं है। उन्होंने कहा कि यह गंठबंधन बिहार विधानसभा चुनाव से पहले ही टूट जायेगा। उन्होंने गैरकांग्रेस गैरभाजपा दलों को एकजुट करने के प्रयासों को भी नकारते हुए कहा कि न तो मायावती और मुलायम सिंह यादव और न ही वामदल और तृणमूल कांग्रेस एक साथ रह सकते हैं। उन्होंने शरद यादव समाजवादी विचारधारा के लोगों के साथ आने संबंधी बयान पर कहा कि यह सिर्फ कल्पना है।
लोक जनशक्ति पार्टी के नेता पासवान ने कहा कि लालू और नीतीश एक साथ नहीं लड़ सकते, वे साथ बने नहीं रहने वाले हैं। जब बाढ़ का पानी तेजी से आता है तो सांप, बिच्छू और चूहे सभी एक साथ किसी पेड़ पर चढ़ जाते हैं और उसपर रहते हैं। वे नरेंद्र मोदी की लहर के कारण इकट्ठा हुए हैं. लेकिन उनकी एकता टिकने वाली नहीं है। उन्होंने नई दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि ज्यादा संभावना है कि जब विधानसभा चुनाव का समय आयेगा, वे अलग हो जायेंगे। अगर किसी तरह वे साथ मिलकर चुनाव लडे भी तो चुनाव बाद एकजुट नहीं रहेंगे।
उन्होंने कहा कि जब महाराष्ट्र में भाजपा-शिवसेना और एनसीपी-कांग्रेस गठबंधन साथ मिलकर चुनाव नहीं लड़ सके तो राजद और जदयू साथ कैसे रह सकते हैं, जो 15 साल तक एक दूसरे के खिलाफ लडते रहे हैं। वे साथ रहते हुए अपने अपने कार्यकर्ताओं की आकांक्षाओं को पूरा कैसे कर पाएंगे। पासवान ने कहा कि जब अगले साल विधानसभा चुनाव के लिए टिकट बांटवारे का समय आयेगा तब आप इसे देखेंगे। हालांकि एनडीए में भाजपा के साथ लोजपा और रालोसपा की एकजुटता के सवाल पर कहा कि यह गठबंधन बना रहेगा।