जद यू ने एक आईएएस और 3 आईपीएस का तबादला किये जाने पर चुनाव आयोग पर हमला बोलते हुए कहा है कि पिछड़ी जाति के अधिकारियों को जान बूझ कर निशाना बनाया गया.
जद यू सांसद अली अनवर और पार्टी के प्रदेश महासचिव नवीन कुमार आर्य ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के निराधार आरोपों को आधार बना कर पिछड़ी जाति के अधिकारियों को निशाना बनाया गया. इन नेताओं ने कहा कि चुनाव आयोग जैसी संवैधानिक सस्था को दुर्भावना से काम नहीं करना चाहिए वरना उसकी विश्वसनीयता पर सवाल खड़ा हो जायेगा.
मालूम हो किआयोग ने भोजपुर डीएम पंकज कुमार पाल, मुजफ्फरपुर के वरीय आरक्षी अधीक्षक सौरभ कुमार, समस्तीपुर एसपी चंद्रिका प्रसाद एवं कटिहार के पुलिस अधीक्षक असगर इमाम को तत्काल प्रभाव से हटा दिया है और इनके स्थान पर नए अधिकारी भेजे गए हैं.
इन अधिकारियों के खिलाफ पक्षपात या काम में शिथिलता के आरोप लगे हैं.
इन आईएएस व आईपीएस अधिकारियों के अलावा पटना सदर एसडीओ मो. नैयर इकबाल और छपरा के डीएसपी मनीष कुमार को भी हटाने का आदेश दिया गया है. हालांकि इस बीच चुनाव आयोग ने कहा है कि इन अधिकारियों को ब्लैक लिस्टेड नहीं किया गया है.
इस बीच चुनाव आयोग ने सफाई दी है कि इन अधिकारियों को सिर्फ हटाया गया है और उन्हें ब्लैक लिस्टेड नहीं किया गया है.
हालांकि कि छपरा के एसडीपीओ मनीष कुमार के खिलाफ वहां के एक प्रत्याशी ने शिकायत दर्ज कराई थी और उन्हें आयोग ने ब्लैक लिस्टेड करने की बात सामने आयी थी. इन सभी पर चुनाव कार्य में लापरवाही का आरोप है।