मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज अधिकारियों की कमी के आरोप पर जमकर भाजपा पर बरसे। उन्होंने कहा कि केंद्रीय मंत्री पीएस के नाम पर अधिकारी ले जाते हैं, फिर उन्हें दूसरी जगह पोस्टिंग करा कर हमसे नया पीएस मांगते हैं। उन्होंने दूरसंचार मंत्री रविशंकर प्रसाद पर कटाक्ष करते हुए कहा कि कुछ मंत्री दो-दो पीएस रखे हुए हैं। इतने अधिकारी कहां से आएंगे।
नौकरशाही ब्यूरो
बिहार के छह आइएएस हैं मंत्रियों के पीएस
सामान्य प्रशासन विभाग की सूची के अनुसार, 40 आइएएस केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर हैं। इसमें से छह मंत्रियों के आप्त सचिव (पीएस) हैं। संचार मंत्री रविशंकर प्रसाद के पास दो आप्त सचिव हैं। वंदना प्रेयसी और एन सरवन कुमार श्री प्रसाद के पीएस हैं। संजीव हंस खाद्य मंत्री रामविलास पासवान के पीएस है। संतोष कुमार मल्ल कृषि मंत्री राधामोहन सिंह के पीएस हैं। कुंदन कुमार राजीव प्रताप रुडी के पीएस हैं। जबकि पीएमओ में राज्यमंत्री जितेंद्र सिंह के पीएस सर्वानन एम हैं।
सहकारी संघवाद का मजाक
सीएम सचिवालय के संवाद कक्ष में आयोजित पुस्तक लोकार्पण के बाद सीएम ने पत्रकारों से केंद्र सरकार पर सहकारी संघवाद के नाम पर भ्रमित करने का आरोप लगाया। सीएम ने कहा कि प्रधानमंत्री बिहार के विकास के लिए राज्य सरकार से बात नहीं करते हैं, भाजपा के नेताओं से बात करते हैं और वही नेता बिहार के विकास में केंद्र के सहयोग का ढिंढोरा पीटते हैं। यह सब राजनीतिक लाभ के लिए किया जा रहा है। इससे संघीय व्यवस्था कमजोर हो रही है।