भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने राष्ट्रीय जनता दल की रैली को ‘राजनीति का फूहड़ तमाशा’ बताया और कहा कि बेटों की पॉलिटिकल लांचिंग के लिए राजद सुप्रीमों लालू प्रसाद यादव ने राज्य के करीब पौने दो करोड़ बाढ़ पीड़ितों की उपेक्षा की है।
श्री मोदी ने माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्विटर पर लिखा, “लालू प्रसाद यादव ने जिन बेटों की पालिटिकल लांचिंग के लिए बाढ़ पीड़ितों की उपेक्षा कर पटना में रैली की, उनमें से एक ने पर्चा देख कर भाषण दिया लेकिन बेनामी सम्पत्ति पर जनता को कोई सफाई नहीं दी। वहीं दूसरे ने शंख बजाकर भीड़ का मनोरंजन किया। राजनीति को फूहड़ तमाशा बनाने की कोशिशें कामयाब नहीं होंगी।”
एक अन्य ट्वीट में उप मुख्यमंत्री ने कहा, “माल-मिट्टी-जमीन घोटाला पर पर्दा डालने के लिए हुई रैली में भी घोटाला करने वाले बाज नहीं आये। भीड़ नहीं जुटी, तो फोटो शॉप सॉफ्टवेयर के जरिए पूरा गांधी मैदान भरा दिखा दिया। गरीबों को धोखा देने के लिए राजद के लोग किसी भी हद तक जा सकते हैं।”
उप मुख्यमंत्री ने जनधन योजना के तीन साल पूरे होने पर देशवासियों को बधाई देते हुए कहा कि गरीब जनता के लिए बैंकों के दरवाजे खोलने वाली जन-धन योजना की तीसरी वर्षगांठ (28 अगस्त) पर 30 करोड़ खाताधारकों को बधाई। साल 2017 में शून्य शेष खातों का घटकर मात्र 21.41 फीसद रह जाना समाज के आखिरी पायदान पर बढ़ती खुशहाली का संकेत है। उन्होंने कहा कि मनरेगा, पहल और वृद्धावस्था पेंशन के करोड़ों लाभार्थियों को सालाना 74 हजार करोड़ रुपये का डिजिटल भुगतान हो रहा है। जन-धन खातों ने गरीबों को बिचैलियों के भ्रष्टाचार से मुक्ति दिलायी।