पटना में जिस्मफरोशी का धंधा करवाने के आरोप में गिरफ्तार ब्यूटीपार्लर संचालिका अंजू की डायरी में नौकरशाहों से लेकर रानेताओं तक के नाम और नम्बर हैं. हुक्काम इसे विस्फोटक डायरी करार दे रहे हैं.
विनायक विजेता की रिपोर्ट
बुधवार को गर्दनीबाग के रोड नम्बर-2 में स्थित पोस्ट ऐड टेलीग्राफ विभाग के एक सरकारी क्वार्टर से गिरफ्तार हाई प्रोफाइल ब्यूटी पार्लर संचालिका कांति उर्फ अंजू की गिरफ्तारी और उसके पास मिली एक निजी डायरी ने कई सफेदपोशों को इस गर्मी में कंपकपी छुडा दी है।
गौरतलब है कि सरकारी क्वार्टर में जिस्मफरोशी की सूचना के बाद सचिवालय डीएसपी मनीष कुमार सिंह व गर्दनीबाग थाना के थानाध्यक्ष बलराम प्रसाद ने इस क्वार्टर में में छापेमारी कर कई महिलाओं को आपत्तिजनक स्थिति में गिरफ्तार किया था। जांच के क्रम में यह बातें सामने आयी कि गिरफ्तार महिलाओं में पूर्व से फरार कांति उर्फ अंजू नामक वह महिला भी शामिल थी जिसके गांधी मैदान स्थित ट्युन टावर में चल रहे अर्पण ब्यूटी पार्लर नामक दूकान पर पुलिस ने छापेमारी की थी।
मूल रुप से नवादा की रहने वाली कांति उर्फ अंजू एक दारोगा की बेटी बतायी जाती है जिसने शादी के बाद अपने पति के व्यवसाय में हुए घाटे के बाद यह रास्ता चुना। आठ साल पहले किसी पार्लर में काम करने वाली अंजू ने इस नरक के रास्ते में इतनी जल्दी पैठ बनाते हुए तरक्की कर ली कि इस आठ वर्षों में ही उसने पटना का दिल समझे जाने वाले गांधी मैदान के पास स्थित ट्यून टावर सहित कई महंगे स्थानों पर दुकान खरीद उसमें ब्यूटी पार्लर तो खोला ही खेमनीचक में लाखों रुपए की लागत से आलीशान मकान भी बनवाया।
कुछ माह पूर्व तक लाल रंग की एक पुराने आल्टो कार में घूमने वाली अंजू ने हाल में ही एक स्कार्पियों सहित कुछ अन्य गाडियां भी खरीदी है।
सूत्रों के अनुसार अंजू गलत धंधे में पकडी गई युवतियों की जमानत लेती थी और अपनी उदारता के बदले उनसे वह धंधे करवाती थी। चार दिनों पूर्व पटना में कई ब्यूटी पार्लरों में हुई छापेमारी में गिरफ्तार कर सुधर गृह भेजी गई कुछ ऐसी ही युवतियों का अंजू ने बांड भर उन्हें रिहा करा गर्दनीबाग लाया था जिसकी भनक पुलिस को लग गई। सूत्रों के अनुसार पुलिस को अंजु के पास से एक ऐसी विस्फोटक डायरी भी मिली है जिसमें राज्य सरकार के कई मंत्रियों, विधायकों, विराधी पक्ष के नेताओं, आईएएस और आईपीएस अफसरों और कुछ बिल्डरों सहित कई महत्वपूर्ण नेताओं के नाम, नंबर और पते हैं हैं।
यहां तक कि कुछ के सरकारी नंबर के साथ उनके वैसे पर्सनल नंबर भी हैं जिस नंबर के बारे में शायद उनके परिजनों को भी पता नहीं होगा। ऐसे नेताओं में राजद को छोड जदयू का दामन थाम मंत्री पद को सुशोभित कर रहे एक मंत्री का भी नाम, पता और नंबर है। कांति उर्फ अंजू की गिरफ्तारी के बाए ऐसे लोगों की इस गर्मी में भी कंपकपी छुटनी जायज है क्योंकि पटना में एसएसपी मनु महाराज, सिटी एसपी जयंतकांत और सचिवालय के युवा डीएसपी मनीष कुमार सिंह के रुप में पटना पुलिस के पास ऐसी त्रिमूर्ति है जिसका खौफ हर के सिर चढ कर बोलता है।
देखना अब यह है कि ये त्रिमूर्तीं अपने नाम के अनुसार काम करती है कि यह हाई प्रोफाइल सेक्स रैकेट का मामला गंगा की गहराइयों में ही दफन हो जाता है। हालांकि सचिवालय डीएसपी मनीष कुमार सिंह ने इस तल्ख सच्चाई को स्वीकारने से गुरेज नहीं किया कि यह काफी हाई प्रोफाइल मामला है जिसकी गंभीरता से जांच चल रही