बिहार के सासाराम में पुलिस फायरिंग में दो लोगों की हुई मौत का मामला अभी ठंडा भी पड़ा था कि आज औरंगाबाद के मदनपुर में पुलिस फायरिंग में दो लोगों की मौत हो गयी । घटना पर वरीय पदाधिकारी कैंप कर रहे हैं।
औरंगाबाद के मदनपुर प्रखंड के सहजपुर और आसपास के ग्रामीणों ने एक युवक की गिरफ्तारी के विरोध में प्रदर्शन किया। प्रदर्शन इतना विकराल हुआ कि पुलिस को फायरिंग करनी पड़ गई। इसमें दो लोगों की मौत हो गई। जबकि पांच लोग गंभीर रूप से जख्मी हो गए। गुस्साई भीड़ ने शवों को सड़क पर रख प्रदर्शन किया। आक्रोशित लोगों ने बीडीओ और सीओ कार्यालय तक में आग लगा दी। पुलिस को मौके से कई बार जान बचा कर भागना पड़ा। इस दौरान एक पुलिस जवान भी गंभीर रूप से जख्मी हो गया। बताया जाता है कि भीड़ में नक्सली भी शामिल थे और उन्होंने पुलिस पर बम भी फेंके। हालांकि इसकी अभी पुष्टि नहीं हो पाई है।
मिली जानकारी के अनुसार, पुलिस ने मदनपुर प्रखंड में ग्रामीण एक युवक को नक्सली होने की शंका पर गिरफ्तार किया। इस गिरफ्तारी के विरोध में शनिवार को सहजपुर और आसपास के लोगों ने एनएच-2 जाम कर दिया। मौके पर पुलिस पहुंची और लोगों को जाम हटाने के लिए समझाने लगी, लेकिन लोग नहीं माने। भीड़ में से किसी ने पुलिस पर पथराव कर दिया, जिसके बाद पुलिस ने हवाई फायरिंग कर दी। इस फायरिंग के बाद लोग आक्रोशित हो गए और पुलिस पर हमला बोल दिया। आक्रोशितों ने पुलिस जीप में आग लगा दी और जवानों को खदेड़ दिया।
लोगों का गुस्सा इससे भी नहीं माना और उन्होंने बीडीओ और सीईओ कार्यालय को भी आग के हवाले कर दिया। कई पुलिस जवान इसमें फंस गए। वहीं आक्रोशितों को भगाने के लिए पुलिस ने फायरिंग कर दी। इससे एक बच्चे और एक महिला की मौके पर ही मौत हो गई। इस घटना में पांच लोग गंभीर रूप से जख्मी हुए हैं। लोगों ने दोनों के शव को सड़क पर रख कर प्रदर्शन शुरू कर दिया। इस बवाल में एक पुलिस जवान को लोगों ने घेर कर पीटा, जिसकी वजह से वह गंभीर रूप में से घायल हो गया। भीड़ में से किसी ने पुलिस पर बम भी फेंके। बताया जा रहा है कि भीड़ में नक्सली भी शामिल थे और इसी वजह से यह बवाल और बढ़ गया। फिलहाल इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है। इस घटना को लेकर मौके पर और भी पुलिस बल की तैनाती कर दी गई हैं। पुलिस के वरीय अधिकारी भी घटनास्थल पर पहुंचे और मामले का मुआयना किया।