एक हफ्ते से सुर्खियों में रही जहानाबाद की संगीता सिंहउर्फ धोबड़ी वाली ने पुलिस से कबूला कि वह दोहरा हत्या में शामिल थी. 16 जुलाई को धोबड़ी वाली को भीड़ ने निर्वस्त्र कर पीटा था फिर वह पीएमसीएच से फरार हो गयी थी.
विनायक विजेता
बीते 16 जुलाई को जहानाबाद के सदर थाना अंतर्गत निजामदीपुर गांव में पब्लिक की पिटाई से बुरी तरह घायल व पीएमसीएच में इलाजरत संगीता देवी उर्फ धोबड़ी वाली के बीते सोमवार को अहले सुबह पीएमसीएच से फरार हो जाने के बाद बुधवार को उसकी पुन: हुई गिरफ्तारी ने पुलिस की अटकी सांसो में फिर से जान ला दी है।
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पीएसीएच से फरार, धोबड़ी वाली गिरफ्तार
संगीता देवी ने चुन्नू और राकेश की हत्या अपने घर में किए जाने और बाद में दोनों लाशों को लाल रंग की एक बोलेरो से लाखपुर के रास्ते पटना के सिगोड़ी थाना क्षेत्र में फेक दिए जाने मामले में अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली है।
संगीता ने पुलिस को बताया की दोनों युवकों की हत्या में उसके साथ नदौना गांव निवासी मुन्ना शर्मा, उसकी एक ममेरी बहन, चांदनी नामक एक युवती के अलावा पांच अन्य लोग शामिल थे।
जहानाबाद के एसपी आदित्य कुमार ने गुरुवार को जहानाबाद स्थित अपने कार्यालय में एक प्रेस कांफ्रेंस कर इसकी पुष्टि करते हुए बताया की हत्या में शामिल पांच अन्य युवकों के नाम का पता चल गया है पर सुरक्षा कारणों से हत्या में शामिल इन अपराधियों नाम सार्वजनिक नहीं किए जा सकते।
बताते चले कि संगीता सिंह की गिरफ्तारी उसके बहन के ससुराल तिनेरी से बुधवार को सुबह 3 बजे ही कर ली गई थी, पर उसकी गिरफ्तारी जहानाबाद के टेहटा में गुरुवार की सुबह होना बताया गया।
जहानाबाद पुलिस ने संगीता सिंह की सोलह वर्षीय बेटी कोमल को इन सारे मामले में कहीं सलिप्त न पाते हुए उसे क्लीन चीट दे दी है। गौरतलब है कि 16 जुलाई की देर रात संगीता देवी और नदौना गांव निवासी उसके एक युवा पुरुष मित्र मुन्ना सिंह को निर्वस्त्र कर पुलिस के सामने ही निजामदीपुर गांव में पीटा गया था।
इन दोनों पर जमीन खरीदने के नाम पर 15 लाख की नकदी लेकर संगीता सिंह के निजामदीपुर स्थित आवास उपर गए चुन्नू शर्मा (अलीपुर) एवं राकेश कुमार (दरियापुर) की हत्या कर लाश गायब करने का आरोप था।
बाद में इन दोनों युवकों की हत्या कर फेकी गई लाश पटना के सिगोड़ी थाना क्षेत्र से बरामद की गई थी। इन दोनों युवकों की लाशों का ठिकाने लगाने में लाल रंग की दो बोलोरो गाड़ी का इस्तेमाल किया गया था जिसमें एक गाड़ी मुन्ना सिंह के भाई की थी तथा एक गाड़ी को उसके ड्राईवर को झांसे में लेकर भाड़े पर मंगाई गई थी।
पुलिस ने तीन दिन पूर्व मुन्ना की गाड़ी ड्राइवर बड़े लुहार को उसके गांव अमैन से गिरफ्तार किया जबकि दूसरे गाड़ी के ड्राइवर रुपेश पंडीत को उसके गांव बभना से गिरफ्तार किया गया। रुपेश जिस गाड़ी को चलाता था घटना के बाद उसे पटना में छूपा कर रखा गया था जहां से रविवार को इस गाड़ी को भी बरामद कर जहानाबाद ले जाया गया है।
पूरे मामले की परत दर परत खुलता देख संगीता देवी को यह एहसास हो चला था कि अब इस दोहरे हत्या मामले में वह बच नहीं सकती और अपने को चारों तरफ से घिरता देख वह सोमवार को पीएमसीएच से फरार हो गई थी।