मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज निर्देश देते हुये कहा कि जो भी पुल पहले बने हैं, उनका एप्रोच सुनिश्चित किया जाये। श्री कुमार को पथ निर्माण विभाग के प्रधान सचिव अमृत लाल मीणा ने विभाग से संबंधित प्रस्तुतीकरण दी। इस दौरान मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि जो पहले भी पुल बने हैं, उनका एप्रोच सुनिश्चित किया जाए। नए बनाए जाने वाले पुलों के लिए भी एप्रोच निश्चित रुप से हो। उन्होंने कहा कि पांच घंटे में राज्य के किसी कोने से राजधानी पटना पहुंचने के लक्ष्य की प्राप्ति के लिए सभी आवश्यक कार्रवाई की जाये।
मुख्यमंत्री ने बिहटा-सरमेरा राष्ट्रीय राजमार्ग पथ को बिहटा हवाईअड्डे से कनेक्ट करने का भी सुझाव दिया। उन्होंने पटना-बक्सर के राष्ट्रीय राजमार्ग की प्रगति की भी जानकारी ली। विभाग की प्रस्तुतिकरण में वामपंथ, उग्रवाद प्रभावित क्षेत्रों के लिए सड़क संपर्क योजना के बारे में विस्तार से बताया गया। मुख्यमंत्री सड़क निर्माण योजना एवं मुख्यमंत्री सेतु निर्माण योजना के नये स्वरूप के संबंध में भी जानकारी दी गयी।
मुख्यमंत्री सेतु निर्माण योजना के संबंध में यह महसूस किया गया कि जिन-जिन स्थानों पर पुल का निर्माण किया जायेगा, इसका आकलन जिला संचालन समिति द्वारा किया जायेगा। इसके बाद पुल निर्माण निगम द्वारा उसकी फिजिवलिटी का अध्ययन किया जायेगा और समेकित सूची के आधार पर चरणबद्ध तरीके से किया जायेगा। चार माह में इसे तैयार करने का निर्देष दिया गया है।
पटना-गया फोर लेन के लिए मीठापुर से महुली के बीच एलिवेटेड सड़क का निर्माण किया जायेगा। यह सड़क राष्ट्रीय राजमार्ग-30 के ऊपर से पार करेगा। इससे दक्षिण बिहार के आवागमन में सहुलियत होगी। इसे बिहटा-सरमेरा पथ से भी जोड़ा जायेगा। इसकी योजना लागत एक हजार करोड़ रुपये है। इसकी विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार की जा रही है।