पूर्व मुख्यमंत्री और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के अध्यक्ष जीतन राम मांझी को मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चचंच कुमार ने नोटिस भेजकर 15 दिनों के अंदर माफी मांगने का समय दिया है. अगर मांझी ऐसा नहीं करते हैं तो उनपर मानहानि के मुकदमे की भी बात कही है. वहीं, मांझी ने भी उनका नाटिस मिलने की बात को स्वीकारते हुए जवाब देने की बात कही है.
नौकरशाही डेस्क
चंचल कुमार ने अपने नोटिस के जरिए कहा कि पूर्व सीएम जीतन राम मांझी ने अपने बयान में जिस मुकदमे का जिक्र किया है, वो अभी तक कोर्ट में लंबित है. साथ ही इस मामले में बिहार कर्मचारी चयन आयोग के चेयरमेन रहे सुधीर कुमार से कोई वास्ता नहीं है. गौरतलब है कि मांझी ने चंचल कुमार के नाम का जिक्र कर कहा था कि उनके फादर इन लॉ सुधीर कुमार की वजह से जेल गए थे. उन्होंने इसी बदला सुधीर कुमार से बीएसएससी पेपर लीक कांड के जरिए निकाला है.
वहीं, पूर्व सीएम ने भी चंचल कुमार द्वारा नोटिस मिलने की बात स्वीकार की है और कहा कि उन्होंने कानूनी नोटिस दिया है, जिसका जवाब दिया जाएगा. उन्होंने ये भी कहा कि जिस बयान पर चंचल कुमार ने उन्हें नोटिस दिया है, वो लिखित सूचना पर आधारित है. गौरतलब है कि बीएसएससी के चेयरमेन रहे सुधीर कुमार की गिरफ्तारी को जीतन राम मांझी ने एक साजिश कुमार देते हुए अपने बयान में चंचल कुमार को घसीटा था, जिसके बाद उन्होंने पूर्व सीएम को कानूनी नोटिस भेजा है.