पूर्व IAS अफसरों के संगठन अमन बिरादरी ने झारखंड के मॉबलिंचिंग प्रभावित जिलों का चार दिवसीय दौरा किया है. संगठन ने कहा है कि भीड़ द्वारा हत्या की घटनाओं से भारत दुनिया भर में बदनाम हुआ है.
अमन बिरादरी इन जघन्य हत्याओं के खिलाफ सबसे सक्रिय संगठन के रूप में उभरा है. हर्ष मंदर, एमए इब्राहिमी, जॉन दयाल समेत अनेक लेखकों, पत्रकारों की टीम ने कारवान ए मुहब्बत के मिशन के तहत 9-12 सित्मबर तक झारखंड के चार जिलों- लातेहार, जामताड़ा, गिरिडीह, गढ़वा और रामगढ़ जिलों का दौरा किया. इन जिलों में पिछले दो-तीन सालों में लगभग दस लोगों को भीड़ ने पीट-पीट कर मार डाला है.
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इन घटनाओं में एक वह जघन्य घटना भी शामिल हैं जब तीन मुस्लिम युवाओं को लातेहार में पेड़ पर लटका कर मार डाला गया था.
कारवाने मुहब्बत मिशन के भ्रमण के बाद बिहार कैडर के पूर्व IAS अफसर एम ए इब्राहिमी ने बताया कि हमारी टीम ने इन घटनाओं का बारीकी से अध्ययन किया है. हमारी कोशिश है कि ऐसी घटनायें रुकें इसके लिए हम एक प्रेसर ग्रूप के रूप में काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि कारवान ए मुहब्बत के तहत हम समाज में न सिर्फ अमन कायम करने के विभिन्न तरीकों की खोज कर रहे हैं बल्कि इन घटनाओं में मारे गये परिवारों को मुवावजे को भी सुनिश्चित करने के हर संभव प्रयास किये जायेंगे.
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