पूर्व IPS का दावा मर्डर केस में योगी के खिलाफ ठोस सबूत
एक पूर्व आईपीएस अफसर ने आज सनसनीखेज दावा किया है कि उनके पास योगी आदित्यनाथ के खिलाफ मर्डर केस में पुख्ता सबूत था।
आईपीएस अफसर अमिताभ ठाकुर ने ट्वीट कर कहा है कि 2007 में पचरुखिया मर्डर केस में वह जांच के दौरान पुख्ता सबूत हासिल कर चुके थे। इस मामले में योगी आदित्यनाथ का नाम आ रहा था। लेकिन तब अचानक उनका ट्रांसफर कर दिया गया था।
अमिताभ ठाकुर उत्तर प्रदेश आईपीएस कैडर के अधिकारी थे जो याब रिटायर कर चुके हैं।
उन्होंने लिखा कि 2007 में संसद में रुदनकाण्ड के दौरान वह महराजगंज के एसपी थे। और वह पचरुखिया मर्डर केस की जांच कर रहे थे। लेकिन तब उनका ट्रांसफर कर दिया गया और उसके बाद मामले की जांच बंद कर दी गई।
गौरतलब है कि 2007 में योगी आदित्यनाथ सांसद थे। तब उन्होंने सदन में आरोप लगाया था कि उनके साथ पुलिस ने बदसुलूकी की थी। इतनी बात कहके योगी भरे सदन में रोने लगे थे।
एक अन्य ट्वीट में उन्होंने लिखा कि भक्तों को सच बहुत चुभता है. योगीजी मुख्यमंत्री हैं, भावी PM हैं व मैं जबरिया रिटायर हूँ पर इससे यह सच नहीं बदल जाता कि मैंने उन्हें 1995-96 में गोरखपुर में अराजकता करते देखा व 2007 में SP महाराजगंज के रूप में उनके खिलाफ पचरुखिया मर्डर केस की जाँच शुरू की जब संसद रुदन कांड हुआ.
अमिताभ ठाकुर के इस ताज़ा बयान के बाद हंगामा खड़ा होने की उम्मीद है। इस मामले में लोगों को यूपी के सीएम आदित्यनात को प्रतिक्रिया की प्रतीक्षा है।