मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य में कम वर्षा होने के कारण फसल की वर्तमान स्थिति, कृषि विभाग की तैयारियों और विभिन्न जिलों में पेयजल के जलस्तर की स्थिति की समीक्षा की। श्री कुमार ने कम वर्षा होने के कारण फसल की वर्तमान स्थिति, कम वर्षा होने के कारण कृषि विभाग की तैयारियों, विभिन्न जिलों में पेयजल के जलस्तर की स्थिति की समीक्षा की।
इस दौरान लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग (पीएचईडी) के सचिव ने छह वर्ष पूर्व सितंबर में विभिन्न जिलों में भू-जलस्तर की स्थिति एवं इस वर्ष इसी माह में भू-जलस्तर का तुलनात्मक ब्योरा प्रस्तुत किया। मुख्यमंत्री ने पीएचईडी विभाग के सचिव को निर्देश दिया कि जहां पेयजल की समस्या है, वहां क्षेत्र में कार्यरत कनीय अभियंता एवं सहायक अभियंता के माध्यम से प्रखण्डवार सर्वे करा लें और अगली बैठक में वस्तुस्थिति से अवगत करायें। उन्होंने कहा कि हर घर नल का जल योजना के साथ-साथ चापाकल की व्यवस्था सुनिश्चित करायें।
श्री कुमार ने कहा कि खराब चापाकलों को हटाया जाये और जहां जरूरत हो वहां नए चापाकल लगाए जाएं। सार्वजनिक स्थानों पर चापाकल लगाने से अधिक से अधिक परिवार इसका लाभ उठा पाएंगे। उन्होंने कहा कि पशुओं के पेयजल एवं उनके रहने के लिये जो व्यवस्था बनाने के निर्देश पहले दिए गए थे, उसके संबंध में पूरी तत्परता से कार्रवाई सुनिश्चित की जाये।