प्रतापगढ़ के कुंडा में हिंसा के दौरान मारे गए डीएसपी जियाउल हक की मंगलवार को सामने आई पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पता चला है कि उनकी पीठ में एक गोली मारी गयी जो शरीर को पार करते हुए बाहर निकल गयी.
इससे पहले उनके परिवार वालों को अनुमन था कि उन्हें तीन गोलियां मारी गयीं थीं.
उत्तर प्रदेश के अपर पुलिस महानिदेशक (कानून एवं व्यवस्था) अरुण कुमार ने पत्रकारों को बताया कि गोली पीठ में लगते हुए वाइटल आर्गन को क्षतिग्रस्त करते हुए अगले हिस्से से निकल गयी.
पुलिस अधिकारियों के अनुसार हक के शरीर से निकली गोली अभी तक बरामद नहीं हो पाई है.
अभी तक हक का लापता सर्विस रिवल्वर भी बरामद नहीं हो पाया है उसकी भी खोज की जा रही है.
इस बीच रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया की गिरफ्तारी की मांग लगातार की जा रही है. हालांकि उन्होंने सोमवार को खाद्य एंव रसद मंत्री के पद से इस्तीफा तो दिया है. इस मामले में राजा भैया को अभियुक्त बनायागया है.
पुलिस प्रवक्ता का हना है कि राज्य सरकार ने मामले की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को सौंप दिया है लेकिन जबतक सीबीआई मामले की जांच नहीं शुरू करती तबत राज्य पुलिस छानबीन जारी रखेगी.
ध्यान रहे कि प्रतापगढ़ जिले के कुंडा क्षेत्र के वलीपुर गांव में शनिवार देर रात दो गुटों के बीच हुई गोलीबारी में गांव के प्रधान नन्हें सहित दो लोगों की हत्या हो गई थी इसके बाद जब डीएसपी जियाउल हक वहां जांच के लिए पहुंचे तो उनको गोली मार दी गयी और उनकी मौत हो गयी.