350 वें प्रकाशोत्सव पर पीएम मोदी ने नीतीश कुमार की जम कर तारीफ की, नीतीश ने गिन-गिन कर अपने नौकरशाहों की नाम के साथ तारीफ की यहां तक पूर्व नौकरशाह जीएस कंग की सराहनीय भूमिका में कशीदे पढ़ें लेकिन किसी मंत्री का नाम तक नहीं लिया. हालांकि मंच से दूर बैठे लालू प्रसाद का नाम ले कर संबोधित करना वह नहीं भूले.
प्रकाशोत्सव में पंजाब के मुख्यमंत्री ने तो दिल खोल कर सीएम नीतीश की प्रशंसा की और यहां तक कह डाला कि अगर इस आयोजन की तैयारी की भूमिका अगर उन्हें दी जाती तो वह इतने अच्छे से नहीं निभा पाते जितना अच्छा से नीतीश कुमार ने निभाया.
गोरु गोविंद सिंह का यह प्रकाशोत्सव एक दूसरे की तारीफ करने का बड़ा अवसर साबित हुआ. जो आम तौर पर ऐसे आयोजनों में होता है. लेकिन इस समागम की एक खास बात यह रही की सीएम नीतीश कुमार ने प्रकाशोत्सव की तैयारियों के लिए लगे विभिन्न विभागों के मंत्रियों का उल्लेख करने के बजाये सीधे संबंधित विभाग के सचिवों का नाम ले कर तारीफ की. उन्होंने कला व संस्कृति विभाग के प्रधान सचिव चैतन्य प्रसाद का नाम लिया लेकिन विभाग के मंत्री शिव चंद्र राम का जिक्र नहीं किया. नीतीश ने पर्यटन मंत्री अनीता देवी का कोई जिक्र नहीं किया लेकिन विभाग की प्रधान सचिव हरजोत कौर की भूमिका की न सिर्फ तारीफ की बल्कि यह भी याद दिलाया कि वह पंजाब से हैं.
इसी तरह उन्होंने डीआईजी सालीन का जिक्र किया और बताया कि वह बिहार कैडर के पंजाब से हैं जिन्होंने बड़ी समर्पण से मेहनत की. उन्हों पटना के डीएम संजय अग्रवाल का जिक्र किया. यहां तक कि एसएसपी मनु महाराज की भूमिका की प्रशंसा की और कहा कि उन्होंने तो इतने दिनों में इतने पंजाबी भाइयों से मिले कि उन्होंने पंजाबी तक बोलना सीख लिया.
हां इतना जरूर है कि सीएम नीतीश ने अपने उपमुख्यमंत्री के नाम के बजाये पदनाम का उल्लेख करते हुए आगे निकल गये. पर उन्होंने इस क्रम में एक मात्र किसी ऐसे राजनेता का नाम लिया जो मंच पर नहीं बैठा था तो वह थे लालू प्रसाद.