उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने प्रदूषण के खतरों से आगाह करते हुये कहा कि वायु प्रदूषण के कारण देश के लोगों की औसत आयु डेढ़ वर्ष कम हो गई है। श्री मोदी ने एशियाई विकास शोध संस्थान (आद्री) की ओर से आयोजित ‘ग्रीन स्किल डेवलपमेंट प्रोग्राम’ को सम्बोधित करते हुए कहा कि एक अध्ययन के अनुसार वायु प्रदूषण के कारण भारतीयों की औसत आयु डेढ़ वर्ष कम हो गयी है। हवा में 2.5 पीएम धूलकण के मानक से अधिक मात्रा के कारण होने वाली बीमारियों से सात लाख लोगों की हर वर्ष मौत हो जाती है जबकि दुनिया में 80 लाख लोगों की मौत का कारण ऐसी बीमारियां होती है।
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि प्लास्टिक भी प्रदूषण का एक बड़ा कारण है। उन्होंने बताया कि 50 माइक्रोन से कम मोटाई के प्लास्टिक थैले और सिंगल यूज प्लास्टिक को प्रतिबंधित करने की तैयारी की जा रही है। श्री मोदी ने कहा कि केन्द्र सरकार के अधीन केम्पा फंड (कम्पंसेटरी वनरोपण निधि) के तहत 66 हजार करोड़ रुपये जमा है, जिसमें से बिहार को मिलने वाले 465 करोड़ रुपये का इस्तेमाल पौधारोपण एवं उससे जुड़े कार्यों में किया जायेगा। उन्होंने कहा कि पटना में शीघ्र ही पाइप से स्वच्छ ऊर्जा की आपूर्ति के साथ ही सीएनजी स्टेशन काम करना शुरू कर देगा।
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार में पानी की कमी नहीं है। अनेक जिलों में 10-15 फीट नीचे पानी मिल जाता है। लेकिन दो-तिहाई जिलों के पानी आर्सेनिक, फ्लोराइड और आयरन से प्रभावित है। इसके कारण कई तरह की बीमारियां और कैंसर का रोग बढ़ रहा है। श्री मोदी ने कहा कि केंद्र सरकार के हरित कौशल विकास कार्यक्रम के तहत पहले चरण में आद्री ने
40 लोगों को जल, वायु एवं मिट्टी का अंकेक्षण, वन प्रबंधन, कचरा प्रबंधन, वन्य जीव प्रबंधन तथा सीवरेज प्लांट प्रबंधन का प्रशिक्षण दिया है। उन्होंने कहा कि हरित कौशल के प्रशिक्षणार्थियों की पर्यावरण संरक्षण और जलवायु परिवर्तन से मुकाबला में महत्वपूर्ण भूमिका होगी।