सरकार ने प्रधानमंत्री जनधन योजना को दुनिया की सबसे बड़ी वित्तीय समावेशन योजना बताते हुये इसको आगे जारी रखने तथा इसका प्रति परिवार की बजाय प्रति वयस्क व्यक्ति तक विस्तार करने का निर्णय लिया है, इसके साथ ही जनधन खाते में मिलने वाली ओवर ड्राफ्ट (ओडी) और बीमा राशि को दोगुना कर दिया गया है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में बुधवार देर शाम हुयी मंत्रिमंडल की बैठक में ये निर्णय लिये गये। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने संवाददाताओं को यह जानकारी देते हुये कहा कि प्रारंभ में इस योजना को चार वर्षों में शुरू किया गया था जो इस वर्ष 14 अगस्त को समाप्त हो गया। अब यह योजना अगले फैसले तक जारी रहेगी और इसे कब समाप्त करना है, का निर्णय बाद में लिया जायेगा। उन्होंने कहा कि जनधन योजना का उद्देश्य पहले एक परिवार एक खाता था लेकिन अब हर परिवार के सभी वयस्कों का जनधन खाता खोला जा सकेगा।
उन्होंने कहा कि वर्तमान जनधन खातो पर ओडी की सीमा पांच हजार रुपये ही रहेगी लेकिन नये खातों के लिए यह सीमा 10 हजार रुपये करने का निर्णय लिया गया है। इसके साथ ही इसके तहत मिले रुपे कार्ड से जुड़ी दुर्घटना बीमा योजना के तहत मिलने वाली राशि की सीमा एक लाख रुपये से बढ़ाकर दो लाख रुपये कर दिया गया है जो 28 अगस्त 2018 के बाद खुलने वालों खाताधारकों के लिए होगा। उन्होंने कहा कि दो हजार रुपये तक की ओडी के लिए कोई शर्त नहीं होगा और ओडी लेने वालों की आयु पहले 18 से 60 वर्ष थी जिसे बढ़ाकर अब 65 वर्ष कर दी गयी है।