प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस को वोटभक्त और भारतीय जनता पार्टी को देशभक्त बताया और कहा कि उनकी सरकार में सैनिकों ने उरी और पुलवामा हमले के बाद आतंकियों को उसके घर में घुसकर मारा जबकि दिल्ली के बाटला हाउस में जब आतंकवादी मारे गये तो कांग्रेस नेता खुश नहीं हुये बल्कि उनकी आंखों में आंसू आ गये थे।
भाजपा के वरिष्ठ नेता श्री मोदी ने फॉरबिसगंज के हवाईअड्डा मैदान में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन प्रत्याशी प्रदीप सिंह के पक्ष में आयोजित चुनावी सभा को संबोधित करते हुये कहा कि 26/11 को मुंबई में जब आतंकियों ने हमला किया था, तो कांग्रेस और उसके साथियों की सरकार ने क्या किया था, यह किसी से छुपा ढंका नहीं है। उन्होंने कहा कि उस वक्त देश के वीर जवानों ने पाकिस्तान में घुस कर बदला लेने की अनुमति मांगी थी, लेकिन कांग्रेस की अगुवाई वाली तत्कालीन संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार ने मना कर दिया क्योंकि उसे वोटबैंक की राजनीति करनी थी।
श्री मोदी ने कहा कि 26/11 के हमले में शामिल आतंकवादियों के बारे में सभी को पता था कि वे पाकिस्तानी हैं लेकिन, कांग्रेस और उसके सहयोगियों ने कार्रवाई करने की बजाय हिंदुओं के साथ आतंकी शब्द चिपकाने के लिए साजिशों पर ध्यान लगाया। उन्होंने आरोप लगाया कि योजना बनाकर इस हमले की जांच की पूरी दिशा ही भटका दी गयी। ऐसा इसलिए किया गया, क्योंकि कांग्रेस और उसके महामिलावटी साथियों को केवल वोटबैंक की ही राजनीति करनी थी।