आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा दिये जाने की मांग को लेकर केन्द्र में भारतीय जनता पार्टी की अगुवाई वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन सरकार से तेलुगू देशम पार्टी के अलग होने के निर्णय से बिहार में राजनीति तेज हो गयी है। बिहार की मुख्य विपक्षी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल ने सोशल मीडिया के जरिए इस मुद्दे को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर तीखा प्रहार करते हुए उन्हें राज्य में भाजपा के साथ गठबंधन की सरकार से अलग होने की चुनौती तक दे डाली है।
राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव चारा घोटाला के मामले में भले ही जेल में बंद हों, लेकिन विशेष राज्य के मुद्दे पर उनके आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया गया है। ट्वीट के जरिए मुख्यंमत्री नीतीश कुमार से सवाल पूछा गया है कि नीतीश क्यों नहीं अपने बॉस से बिहार के लिए विशेष दर्जा मांगते हैं। मार्च 2014 में मुजफ्फरपुर में एक चुनावी रैली के दौरान उस समय भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार और अब देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने का वादा किया था। नीतीश को उस भाषणा की रिकार्डिंग प्रधानमंत्री के समक्ष सुनाना चाहिए। नीतीश ने व्यक्तिगत लाभ के लिए बिहार के जायज मांग का त्याग कर दिया है।
इससे पूर्व श्री यादव के पुत्र और राज्य के पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने भी मुख्यमंत्री श्री कुमार को चुनौती देते हुए कहा कि यदि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केन्द्र सरकार बिहार की विशेष दर्जे की जायज मांग को अस्वीकार करते हैं तो नीतीश जी को अंतरात्मा की आवाज़ पर तुरंत इस्तीफ़ा देकर राजग से गठबंधन तोड़ लेना चाहिए। कुछ तो हिम्मत दिखाइए चाचा जी। हम इस मांग पर साथ हैं।