भारतीय जनता पार्टी ने आज बिहार की नीतीश सरकार पर बहुसंख्यक समुदाय के लोगों को साम्प्रदायिक हिंसा के झूठे मामलों में फंसाने का आरोप लगाया और सरकार से ऐसे मुकदमों को तुरंत वापस लेने की मांग की । भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मंगल पांडेय ने पार्टी की प्रदेश कार्यसमिति की दो दिवसीय बैठक का उद्घाटन करते हुए कहा कि प्रशासनिक विफलता के कारण भोजपुर जिले के पीरो और मधेपुरा जिले के बिहारीगंज समेत राज्य के कई अन्य हिस्सों में दो समुदायों के बीच तनाव उत्पन्न है । सरकार इस पर काबू पाने में विफल रही है । उन्होंने कहा कि आश्चर्यजनक है कि सरकार बहुसंख्यक समुदाय के लोगों को साम्प्रदायिक हिंसा के झूठे मामलों में फंसा रही है । सरकार की एकपक्षीय कार्रवाई से स्थिति और भी खराब हो रही है ।
भाजपा की प्रदेश कार्यसमिति की बैठक
श्री पांडेय ने सरकार से ऐसे झूठे मुकदमों को तुरंत वापस लेने की मांग करते हुए कहा कि उन्हें सूचना मिली है कि राज्य सरकार के इशारे पर स्थानीय प्रशासन बहुसंख्यक समुदाय के लोगों को परेशान कर रहा है । उन्होंने कहा कि नीतीश सरकार न सिर्फ राज्य में साम्प्रदायिक सौहार्द को बनाये रखने में विफल साबित हुयी है, बल्कि वह ऐसे अपराधियों को संरक्षण दे रही है जो व्यवसायियों, अभियंताओं और चिकित्सकों को निशाना बना रहे हैं ।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि राष्ट्रीय जनता दल के पूर्व सांसद मोहम्मद शहाबुद्दीन और विधायक राजवल्लभ यादव को हाल में मिली जमानत इसका प्रमाण है कि राज्य में कुख्यात अपराधियों को श्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली महागठबंधन सरकार का संरक्षण प्राप्त है। उन्होंने कहा कि मो0 शहाबुद्दीन को दो मामलों में उम्र कैद की सजा मिली हुयी है वहीं विधायक राजवल्लभ यादव नाबालिग लड़की से बलात्कार का आरोपी है । भाजपा नेता ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की तमाम कोशिशों के बावजूद राज्य में कानून व्यवस्था की खराब स्थिति के कारण कोई भी निवेशक यहां निवेश के लिये आगे नहीं आ रहा है । उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हाल ही में निवेशकों के साथ उच्चस्तरीय बैठक सिर्फ इसलिये अंतिम समय में रद्द कर दी कि कोई भी निवेशक इसमें बातचीत के लिये भी आने को तैयार नहीं हुआ ।