मध्य प्रदेश के दो आईएएस अफसरों के सोशल मीडिया पोस्ट इन दिनों चर्चा का विषय बना हुआ है. एक ने नेहरू का विरोध करने वालों पर तंज करते हुए कहा गया है कि नेहरू ने देश को वैज्ञानिक सोच दी थी लेकिन कुछ लोगों को आशा राम बापू पसंद हैं. वहीं दूसरे आईएएस अफसर ने जय ललिता की जीत पर बधाई दी.
इन पोस्टस के सामने आने के बाद राज्य सरकार कार्रवाई करने की तैयारी में है,
बड़वानी के डीएम अजय गंगवार ने क्या लिखा
“जरा गलतियां बता दीजिये जो नेहरू को नहीं करनी चाहिए थीं, तो अच्छा होता। यदि उन्होंने आप को 1947 में हिन्दू तालिबानी राष्ट्र बनने से रोका तो यह उनकी गलती थी। उन्होंने IIT, ISRO, BARAC, IISB, IIM, BHEL, STEEL PLANT, DAMS, THERMAL POWER लाये यह उनकी गलती थी।” अजय गंगवार ने अपनी पोस्ट में बाबा रामदेव पर भी निशाना साधा। उन्होंने लिखा, ‘आशाराम और रामदेव जैसे इंटेलेक्चुअल की जगह साराभाई , होमी जहांगीर को सम्म्मान और काम करने का मौका दिया, यह उनकी गलती थी। उन्होंने देश में गोशाला और मंदिर की जगह यूनिवर्सिटी खोली, यह भी घोर गलती थी। उन्होंने आप को अंधविश्वासी की जगह एक वैज्ञानिक रास्ता दिखाया यह भी गलती थी। इन सब गलतियों के लिए गांधी परिवार को देश से माफी तो बनती है।’
सीबी चक्रवर्ती
मध्यप्रदेश के नरसिंहपुर जिला कलेक्टर सीबी चक्रवर्ती ने ट्विटर के माध्यम से तमिलनाडु में जयललिता (अम्मा) की जीत को ऐतिहासिक जीत बताया. जब चक्रवर्ती को ट्वीट पर तीखे विरोध का सामना करना पड़ा तो उन्होंने इसे हटा लिया.
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के प्रमुख सचिव एसके मिश्रा ने जनसत्ता से कहा है कि मामला मुख्य सचिव तक पहुंच चुका है। उनके हवाले से मिश्रा ने कहा कि पोस्ट की जांच की जाएगी। अगर पोस्ट के कंटेंट को सिविल सेवा आचरण संहिता के खिलाफ पाया गया तो अफसर से जवाब तलब किया जाएगा।