पश्चिम बंगाल के नगर निगम चुनावों में राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह द्वारा लगातार कैम्प करने के बावजूद भाजपा के कंडिडेट्स बुरी तरह पराजित हुए हैं जबकि ममता बनर्जी की तृण मूल कांग्रेस(टीएमसी) ने जता दिया है कि उनका किला दरकाना अमित शाह के बस की बात नहीं.
राज्य के सात नगरनिगमों में से चार पर टीएमसी ने जीत हासिल करके अपने वर्चस्व को फिर से साबित कर दिया है. इतना ही नहीं टीएमसी ने दार्जीलिंग, कुर्सियांग जैसे पहाड़ी क्षेत्रों में, जहां उसका वजूद नहीं था, वहां भी अपना झंडा गाड़ दिया है. उधर भाजपा ने इस चुनाव में अपनी सारी शक्ति झोक देने के बावजूद असर दिखाने में नाकाम रही है.
जबकि भाजपा ने अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष तक की शक्ति को राज्य में झोक दिया था. राज्य में तमाम नगरनिगमों व नगर पालिकाओं में से भाजपा को मात्र 41 वार्डों में जीत हासिल हुई है जबकि उसने पहाड़ी क्षेत्र में गोरखा जन मुक्ति मोर्चा( जीजेएम) के साथ अलायंस किया था. हालांकि जीजेएम ने तीन नगरनिगमों में सफलता हासिल की है लेकिन जिस पहाड़ी क्षेत्रों में उसका वर्चस्व रहा है वहां उसकी शक्ति काफी कमजोर हुई है. विश्लेषकों का मानना है कि सीजेएम को भाजपा के साथ गठबंधन करने से काफी नुकसान उठाना पड़ा है.
पहाड़ी क्षेत्र में गैरपहाड़ी पार्टी ने मारी सेंध
पिछले तीन दशकों में यहां पहाड़ी इलाके मिरिक में जीत दर्ज करनेवाली वह पहली गैरपहाड़ी (मुख्यधारा की) पार्टी है। TMC ने राज्य के साउथ 24 परगना के पुजाली, नॉर्थ दिनाजपुर के रायगंज, मुर्शिदाबाद के डोमकल और दार्जिलिंग की मिरिक सीट पर विरोधियों का सफाया कर दिया। पुजाली के 16 वॉर्डों में से 12 पर TMC ने जीत दर्ज की, जबकि बीजेपी सिर्फ दो वॉर्डों पर जीती। डोमकल के 21 वॉर्डों में TMC को 20 पर सफलता मिली। शुरुआती रुझान में लेफ्ट गठबंधन को 3 वॉर्डों पर जीत मिली, लेकिन बाद में वॉर्ड नंबर 20 के रफीकुल इस्लाम और वॉर्ड नंबर 9 के अशदुल इस्लाम ने TMC जॉइन कर ली जिसकी वजह से लेफ्ट को एक ही सीट मिली। डोमकल नगर निगम में पहली बार कोई चुनाव हुआ था।
चुनाव से पहले रैगनी नगर निगम पर कांग्रेस का नियंत्रण था, लेकिन आज के परिणाम के बाद वहां के 27 वॉर्डों में से 24 पर TMC का कब्जा हो गया है। मिरिक के 9 वॉर्डों में से पार्टी ने 6 जीते। यहां उसने बीजेपी गठबंधन की सहयोगी गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (GJM) को मात दी। तीन पहाड़ी क्षेत्र, दार्जिलिंग, कलीमपोंग और कुर्सेयोंग पर GJM ने जीत दर्ज की। दार्जिलिंग की 32 सीट में से 31 GJM को गईं, वहीं कुर्सेयोंग के 20 वॉर्डों में से 17 उसके नाम हुए। कलीमपोंग का परिणाम सबसे आखिर में घोषित हुआ। यहां GJM-BJP गठबंधन को जीत मिली। 23 वॉर्डों में 11 सीटें इस गठबंधन ने जीतीं, जबकि हरका बहादुर छेत्री के नेतृत्व वाली जन आंदोनलन पार्टी (JAP) ने दो और TMC ने भी दो सीटों पर जीत दर्ज की।
परिणामों पर राज्य के मंत्री अरूप बिस्वास ने कहा कि पार्टी की यह जीत पहाड़ी क्षेत्र में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा बिना थके की गईं कोशिशों का नतीजा है। बिस्वास ने कहा, ‘ममता बनर्जी ने कई बार पहाड़ी इलाके का दौरा किया। उन्होंने लोगों की जरूरतों को समझा और उन्हें राजी किया।