रविवार शाम पटना के कुम्हार इलाके में लोगों ने सड़क जाम कर दिया. वे 9वीं के छात्र रौनक की हत्यारों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे थे. इस विरोध प्रदर्शन में रौनक के स्कूल के साथियों का समर्थन था. इस बीच पुलिस ने भीड़ पर लाठी चार्ज किया जबकि आम लोगों ने बाईपास थानेदार राजेंद्र प्रसाद के साथ मारपीट की.
17 जनवरी को 9वीं के छात्र रौनक की हत्या फिरौती की रकम नहीं मिलने के बाद कर दी गयी थी. इस मामले में विक्की नामक युवक की गिरफ्तारी हुई. लेकिन स्थानीय लोगों का आरपो है कि इस मामले में पूर्व विधायक ओम प्रकाश पासवान के बेटे परशुराम और उनके साथियों की गिरफ्तारी और मामले की सीबीआई जांच की मांग कर रहे थे. गौरतलब है कि जिस दिन रौनक के हत्यारोपी विक्की की गिरफ्तारी हुई थी उसी दिन इस मामले में पूर्व विधायक के बेटे की संलिप्तता की बात भी सामने आयी थी लेकिन उसकी गिरफ्तारी नहीं हुई.
आक्रोशित लोगों की नारजगी इसबात के लिए भी थी कि जब वे इस मामले में एसएसपी मनु महाराज का पुतला फूक रहे थे तो पुलिस ने उन्हें दौड़ा कर पीटा. पुलिस की इस बर्बर कार्रवाई के खिलाफ स्थानीय लोगों ने मानवाधिकार आयोग में शिकायत करने की बात कही है.
पुलिस का यह बर्बर चेहरा तब सामने आया है जब हाल ही में बक्सर के नंदन गांव में मुख्यमंत्री के काफिले पर पत्थरबाजी के बाद वहां के लोगों जिनमें बच्चे और औरतें भी शामिल हैं, को बेरहमी से पीटने का आरोप लगा था. इसके खिलाफ विपक्षी दलों ने सरकार और प्रशासन की कड़ी निंदा की थी.