मोदी जी ! शुक्रवार की रात भाजपा के अज्ञानी नेताओं ने न्यूज चैनलों से ले कर सोशल मीडिया तक झूठ का तूफान खड़ा कर दिया. कुछ देर तक तो पता ही न चला कि यह सिर्फ अज्ञानता है या विशुद्ध झूठ.
इर्शादुल हक, एडिटर नौकरशाही डॉट इन
कोई चंद घंटों बाद लग गया कि यह अफवाह उड़ाने की सोची समझी साजिश थी. लेकिन आपके इन सिपहसालारों को पता नहीं था कि चंद घंटों में ही उनकी अफवाहबाजी की हवा निकल जायेगी. और जब इस भयावह झूठ पर ताबड़तोड़ हमले हुए तो आपके सिपहसालारों की हालत ऐसी हो गयी कि वे पूरी रात पकड़ लिये गये फरेबियों की तरह मुंह छुपा के दुबक गये. तब तक काफी देर हो चुकी थी लेकिन इस मात्र एक घटना से इन सिपहसालारों ने आपके पतन की गाथा लिख डाली.
एक है जीवीएल नरसिम्हा राव. प्रवक्ता हैं. यह आदमी या तो निहायत ही बुडबक है या परले दर्जे का चतुर जिन्हें यह भी समझ नहीं आया कि फरेब करते पकड़े गये तो लोग क्या कहेंगे? इन प्रवक्ता मोहदय की मूर्खता ऐसी कि आज मूर्खता भी शर्म से पानी मांगने लगे.
मामला यह है कि एक चैनल पर नरसिम्हा राव ने पूरी दुनिया को दिखाया कि पाकिस्तान के अखबार डॉन में नीतीश कुमार का विज्ञापन छपा है. जैसे ही मैंने यह देखा सन्न रह गया. राव ने निहायत ही ढ़िठाई से कहा कि नीतीश कुमार का यह पाकिस्तान प्रेम है कि चुनाव बिहार में लड़ रहे हैं और विज्ञापन पाकिस्तान में छपवा रहे हैं.
हकीकत और फरेब
नरसिम्हा राव को मैं पहले पढ़ा लिखा और ज्ञानी समझने की अज्ञानता में थे. उन्हें कौन समझाये कि आप दुनिया की कोई भी साइट खोलिए, वह पाकिस्तान की हो या थाईलैंड की या फिर कम्बोडिया की. अगर आप इसे भारत में खोलेंगे तो उस पर भारतीय विज्ञापन दिखेंगे, न कि उन देशों के. अगर आप भारत के अखबार पाकिस्तान में खोलेंगे तो वहां पाकिस्तानी विज्ञापन दिखेगा, न की भारत का. यह गूगल का नियम है.
अफवाहबाजी में रूड़ी और सुशील मोदी भी शामिल
लेकिन दिक्कत सिर्फ इतनी नहीं थी कि भाजपा प्रवक्त नरसिम्हा राव ने यह झूठ फैलाया बल्कि इस कतार में केंद्रीय मंत्री राजवी प्रताप रूड़ी और बिहार भाजपा के वरिष्टतम नेता सुशील कुमार मोदी भी कूद पड़े. उन्होंने भी ट्विट कर किया और वही बात दोहराई.
भारतीय जनता पार्टी पर इस तरह के झूठ, प्रोपगंडा और निराधार बातों की अफवाह उड़ाने की सैकड़ों मिसालें हैं. अबी दादरी में गोमांस की अफवाह भी भाजपा के स्थानीय नेताओं ने उड़ाई थी. इस अफवाह में मोहम्मद अखलाक की जान ले ली गयी. और हुआ वही जब मांस की जांच की गयई तो वह बकरे का मांस निकला.
मोदीजी आप इस देश के सर्वोच्च पद पर बैठे हैं. उस पद से बड़ा कुछ और नहीं हो सकता. ऐसे में इस देश को बचाना या बरबाद करना आपके हाथ में है. लेकिन इससे पहले कि आप कुछ कर सकें, ऐसा लगता है कि आपके सिपहसलार ही आपके पतन की गाथा लिख रहे हैं. ऐसे सिपहसालारों से चेतिये नहीं तो अब काफी देर हो चुकी है.
Comments are closed.