मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और राष्ट्रीय जनता दल अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने नरेंद्र मोदी सरकार के वर्ष 2016-17 के आम बजट में भी बिहार और किसानों की अनदेखी करने का आरोप लगाते हुए कहा कि इस बजट को पास मार्क्स भी देना मुश्किल है ।
बजट पर लालू-नीतीश की प्रतिक्रिया
श्री कुमार ने बजट में बिहार की अनदेखी करने का आरोप लगाते हुए कहा कि बिहार के लिए प्रधानमंत्री ने जो विशेष आर्थिक पैकेज की घोषणा की थी, उसके लिए बजट में कोई प्रावधान नहीं किया गया है जिससे राज्य के लोगों को घोर निराशा हुई है । उन्होंने कहा कि यह बिहार के साथ केन्द्र सरकार के भेद-भाव को दर्शाता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि एक तो प्रस्तावित राशि के आवंटन पर ध्यान नहीं दिया गया, वहीं दूसरी ओर राज्यों पर 40 प्रतिशत तक का अतिरिक्त बोझ डाल दिया गया है, जो उचित नहीं। उन्होंने कहा कि बजट से किसानों को भी निराशा हुई है । इस बार के बजट में भी उनका बोनस गायब है ।
कहां है विकास का ब्लू प्रिंट
इस बीच राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने भी बजट में किसानों की अनदेखी का आरोप लगाते हुए कहा कि बजट में वर्ष 2022 तक किसानों की आय दोगुनी हो जाने की बात कही गयी है, लेकिन वित्त मंत्री को बताना चाहिए कि इसके लिए कौन सा ब्लू प्रिंट तैयार किया गया है और इसकी क्या गारंटी है कि 2022 तक किसानों की आय दोगुनी हो ही जाएगी। उन्होंने कहा कि सरकार बताये कि किसानों को इतना लंबा इंतजार क्यों करना पड़ेगा और यह कार्य 2018 तक क्यों नहीं किया जा सकता।