उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) एएल बनर्जी ने बदायूं सामूहिक बलात्कार व हत्याकांड मामले में नया मोड़ देते हुए सबको चौंका दिया है.
उन्होंने कहा कि जांच में अभी तक मिले तथ्यों के मुताबिक वारदात की शिकार एक लड़की के साथ बलात्कार की पुष्टि नहीं हुई है और इस मामले को संपत्ति को लेकर अंजाम दिए जाने का भी संदेह है.
मालूम हो कि दलित समुदाय की दो चचेरी बहनों के बारे में खबर आयी थी कि उनके साथ दुष्कर्म किया गया था और फिर उनकी हत्या करके लाश को पेड़ पर लटका दिया गया था.
लेकिन बनर्जी ने संवाददाताओं से कहा कि दोनों लड़कियों में से एक अपने पिता की इकलौती संतान थी. अगर यह लड़की जिंदा नहीं रहती, तो दूसरों को फायदा होता.
उन्होंने कहा कि इस मामले में लड़की के परिवार के लोग भी शामिल हो सकते हैं.