बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने आरोप लगाया कि केन्द्र सरकार में मनुवादी सोच के लोग शामिल हैं, जो बहुजन समाज और सामाजिक न्याय के लिए लड़ने वालों को डराने- धमकाने का प्रयास कर रहे हैं।
श्री यादव ने जवाहर लाल नेहरु विश्वविद्यालय और दिल्ली विश्वविद्यलय के शिक्षकों एवं छात्रों की ओर से ‘समकालीन राजनीति में युवाओं की भूमिका’ विषय पर आयोजित गोष्ठी को सम्बोधित करते हुए कहा कि मनुवादी सोच के लोग बहुजन समाज के हित के लिए सोचने वाले और सामाजिक न्याय के पक्षधर लोगों को दबाने तथा डराने-धमकाने का प्रयास कर रहे हैं जिसका पुरजोर विरोध किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि बुद्धिमानी से एकजुट होकर इस खतरे से निपटा जा सकता है। इसके लिए समय को गवायें बिना प्रयास किया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि राजनीति में किस प्रकार से बदले की भावना से कार्य किया जा सकता है, उसका वह उदाहरण वह खुद ही हैं। उन्होंने कहा कि उन पर आरोप लगाया गया है कि जब वह 13-14 साल के थे, उस वक्त उन्होंने रेलवे में घोटाला किया था। इसके वर्षों बाद वह राष्ट्रीय जनता दल की ओर से बिहार सरकार में शामिल हुए और उपमुख्यमंत्री बने। इस दौरान उनके पास तीन महत्वपूर्ण विभाग थे लेकिन उस दौरान उन पर किसी घोटाले का आरोप नहीं लगा। राष्ट्रीय जनता दल के नेता ने कहा कि इस बार जवाहरलाल नेहरु विश्वविद्यालय छात्र संघ का चुनाव लड़ा जायेगा। दिल्ली विश्वविद्यालय के चुनाव में भी भागीदारी की जायेगी।