बाबरी मस्जिद विध्वंस की 24 वीं बरसी का आयोजन सोमवार को देश भर में अनेक स्थानों पर मंगलवार को किया गया. उधर सीवान में इस अवसर पर भाकपा-माले ने लोकतंत्र बचाओ-देश बचाओ मार्च निकाला. इस अवसर पर भाकपा माले एंव एपवा के नेताओं ने इस बात पर चिंता जताई कि 24 वर्ष बीत जाने के बाद भी आज तक विध्वंस के आरोपियों को सजा नहीं मिली.
ऐपवा नेत्री ने सुहेला और माले के जिला सचिव नैमुद्दीन अंसारी ने कहा कि बाबरी मस्जिद को बीजेपी ने तोड़वाया लेकिन न्यायपालिका इस जघन्य अपराध के लिए आजतक सजा नहीं सुना सकी। उन्होंने कहा कि देश की एकता व साम्प्रदायिक सौहार्द के प्रतीक बाबरी मस्जिद को तोड़ा जाना यह साबित करता है कि इस देश में न तो सरकार है और न कानून।
इन नेताओं ने कहा कि देश का विकास साम्प्रदायिकता से नहीं बल्कि कल-कारखाने व विधि-व्यवस्था से होगा। जिला सचिव ने कहा कि देश की धरोहर, गंगा-यमुनी की तहजीब व लोकतंत्र के प्रतीक का विध्वंस बीजेपी व आरएसएस ने 1992 में कर दिया. नैमुद्दीन अंसारी ने आरोप लगाया कि आज उन्हीं ताकतों के हाथ में दिल्ली की सरकार है. इस विरोध मार्च में हसंनाथ राम, बच्चा कुशवाहा, योगेन्द्र यादव, जयनाथ यादव, दिवेन्द्र राम, जयशंकर पड़ित, रमेश प्रसाद व गौतम पांडेय मौजूद थे.
गौरतलब है कि आज से 24 वर्ष पहले छह दिसम्बर 1992 को अतिवादी हिंदू संगठनों ने अयोद्धया स्थित बाबरी मस्जिद को शहीद कर दिया था.