मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने आज सम्राट अशोक कन्वेंशन केंद्र के बापू सभागार में बाबू वीर कुंवर सिंह के 160वें विजयोत्सव पर राष्ट्रीय संगोष्ठी का दीप प्रज्ज्वलित कर उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने बाबू वीर कुंवर से जुड़े चार पुस्तकों ( 1857 : कुंवर सिंह का लांग मार्च, शौर्य के 160 वर्ष : वीर कुंवर सिंह, कुंवर सिंह और वीर कुंवर सिंह चित्रकथा) का लोकार्पण किया। देश के विभिन्न हिस्से से आए बुद्धिजीवियों का स्वागत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले वर्ष राज्य सरकार ने यह निर्णय लिया था कि बाबू वीर कुंवर सिंह के 160वें विजयोत्सव पर राजकीय समारोह का आयोजन किया जाएगा। उसी सिलसिले में 23 अप्रैल से त्रिदिवसीय कार्यक्रम चल रहा है। आज राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया है, यह अपने आप में विशिष्ट है।
श्री कुमार ने कहा कि हमलोगों ने पिछले वर्ष चंपारण शताब्दी समारोह का आयोजन किया था। 10-11 अप्रैल को बापू के विचारों पर राष्ट्रीय विमर्श का आयोजन किया गया था, जिसमें देश के बुद्धिजीवियों, लेखकों एवं विचारकों ने उसमें हिस्सा लिया था। इसमें स्वतंत्रता सेनानियों को सम्मानित भी किया गया था। गांधी जी जहां-जहां गए थे, सभी जगहों पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। गांधी जी का पेशी के वक्त कोर्ट में दिया गया वक्तव्य, जिसका पूरे देश पर असर पड़ा था, इन सब चीजों पर चर्चा की गई। वर्ष 1917 के चंपारण सत्याग्रह के महत्व को इस बात से समझा जा सकता है कि 30 वर्षों के अंदर ही देश आजाद हुआ। घर-घर तक दस्तक देकर साहित्य के माध्यम से बापू के विचारों को पहुंचाया जा रहा है। बापू के विचारों को अगर 10 से 15 प्रतिशत लोग आत्मसात कर लें तो समाज और देश बदल जाएगा।
वहीं बापू सभागार में आयोजित संगोष्ठी में ख्याति प्राप्त इतिहासकार प्रो0 सलिल मिश्रा, डॉ पी के शुक्ला, डॉ शशांक सिन्हा, डॉ रश्मि चौबे, प्रो. आई के चौधरी, प्रो. निहार नंदन सिंह, प्रो रत्नेश्वर मिश्र, डॉ अशोक अंशुमान ने बाबू वीर कुंवर सिंह पर आयोजित व्याख्यान में भाग लिया और उनकी वीरता के बारे में विस्तार से चर्चा की। इसके अलावा सांस्कृतिक संध्या में श्री कृष्ण मेमोरियल हॉल पटना में सविता सिंह नेपाली, श्री भरत सिंह भारती, श्री सत्येंद्र कुमार संगीत, श्री मोर्हरम राठौर, श्री अजीत झा, डॉ नीतू, कुमारी नवगीत ने बाबू वीर कुंवर की शौर्य गाथा से श्रोताओं को सराबोर कर दिया। इन कलाकारों ने एक के बाद एक कई शानदार प्रस्तुति दी, जिसने हॉल में उपस्थित तमाम दर्शकों में देशभक्ति का संचार कर दिया। वहीं, बाबू वीर कुंवर सिंह पार्क में विजयोत्सव के आज अंतिम दिन भी 25 मिनट के भव्य लेजर शो का भव्य आयोजन किया गया, जिसमें बाबू कुंवर की सिंह की वीरता को लेजर लाइट और साउंड के माध्यम से दिखाया गया।