केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि कोई भी सभ्य समाज बाल मजदूरी की अनुमति नहीं दे सकता और भारतवासियों को भी इस कुप्रथा को खत्म का संकल्प लेना चाहिए। श्री सिंह ने श्रम एवं नियोजन मंत्रालय की ओर से बाल मजदूरी पर आयोजित राष्ट्रीय सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए कहा कि बाल मजदूरी अभिशाप है और कोई भी सभ्य समाज इसकी अनुमति नहीं दे सकता। उन्होंने देश से बाल मजदूरी समाप्त करने के लिए संकल्प लेने की देशवासियों से अपील भी की। उन्होंने उम्मीद जतायी कि दृढ़ इच्छाशक्ति और संकल्प से बाल मजदूरी का उन्मूलन किया जा सकता है।
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान महात्मा गांधी के ‘करो या मरो’ के संकल्प से पांच साल में आजादी मिल सकती है तो ऐसा कोई कारण नहीं दिखता कि यदि पूरा देश एकजुट हो जाये तो इस समस्या से निजात नहीं मिलेगी। उन्होंने इस अवसर पर मंत्रालय द्वारा तैयार पोर्टल ‘पेंसिल’ (प्लेटफॉर्म फॉर इफेक्टिव एन्फॉर्समेंट फॉर नो चाइल्ड लेबर) की शुरुआत भी की। इस मौके पर श्रम एवं नियोजन मंत्री संतोष गंगवार ने कहा कि बच्चे देश की धरोहर और भविष्य हैं। उन्होंने बाल मजदूरी से संबंधित कानूनों के क्रियान्वयन के लिए जागरूकता पैदा करने की आवश्यकता जतायी।