बिहार प्रशासनिक सेवा संघ आगामी 29 मई को काला विल्ला लगाकर काम करेगा। इसके साथ ही 7 जून को राज्यव्यापी धरना और उपवास का कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। बासा ने अपनी मांगों के प्रति सरकार के उपेक्षापूर्ण रवैया के खिलाफ विरोध प्रदर्शन का निर्णय लिया है।
नौकरशाही ब्यूरो
बिहार प्रशासनिक सेवा संघ के प्रदेश अध्यक्ष सुरेश शर्मा और महासचिव सुशील कुमार ने बताया कि प्रोन्नति बाधित होने से उत्पन्न स्थिति पर समीक्षा के लिए रविवार को विभिन्न संवर्गों व संघों के पदाधिकारियों की बैठक हुई। बैठक में ही विरोध कार्यक्रमों को अंतिम रूप दिया गया और 29 मई को काला विल्ला लगाकर काम का निर्णय लिया गया।
संघ के अध्यक्ष सुरेश शर्मा ने बताया कि पिछले वर्ष अगस्त महीने से विभागीय प्रोन्नति समिति (डीपीसी) की बैठक नहीं हुई है। इस कारण प्रोन्नति का काम पूरी बाधित होती है। सरकार बासा की मांगों के प्रति उदासीन रवैया अपना रही है। इससे अधिकारियों में आक्रोश व्याप्त होता जा रहा है। यह आक्रोश आंदोलन के रूप ग्रहण करता जा रहा है। महासचिव सुशील कुमार ने कहा कि प्रोन्नति नहीं मिलने का असर कामकाज भी पड़ सकता है। अधिकारियों की रुचि और क्षमता भी प्रभावित हो सकती है। उन्होंने कहा कि प्रोन्नति रुकने की वजह से अधिकारियों पर काम का बोझ भी बढ़ता जा रहा है। सीनियर अधिकारी रिटायर हो रहे हैं और पद खाली होते जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि बैठक में संगठन के कामकाज, संघ भवन के निर्माण की प्रगति और अन्य पहलुओं पर भी चर्चा हुई। बैठक में आंदोलन को सफल बनाने का संकल्प भी लिया गया।