मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विद्युत क्षेत्र में हासिल की गई उपलब्धियों का उल्लेख करते हुये दावा किया कि सरकार की ओर से इस क्षेत्र के विकास के लिए किये गये कार्य से राज्य के अधिकांश लोग संतुष्ट हैं।
श्री कुमार ने पटना के विद्युत भवन परिसर में ऊर्जा विभाग की 7522.38 करोड़ रुपये की योजनाओं का शिलान्यास, उद्घाटन एवं लोकार्पण करने के बाद आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुये कहा कि वर्ष 2012 से अबतक छह वर्षों में बिजली के क्षेत्र में काफी तेजी से काम हुआ है। हर गांव एवं हर टोले तक बिजली पहुंच गई है। राज्य के 38 जिलों में से 17 में हर इच्छित व्यक्ति के घर तक बिजली पहुंचा दी गई है। इन 17 जिलों में से 10 जिले उत्तर बिहार के और सात दक्षिण बिहार के हैं। सात निश्चय में से एक निश्चय हर घर तक बिजली पहुंचाने का लक्ष्य है, जिसे इस वर्ष के अंत तक पूर्ण होना है। उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से इस क्षेत्र के विकास के लिए किये गये कार्य से प्रदेश के अधिकांश लोग संतुष्ट हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2005 में उनकी सरकार बनने से पहले राज्य में केवल लगभग 700 मेगावाट बिजली की आपूर्ति होती थी, इसमें से कुछ बिजली नेपाल को और कुछ रेलवे को उपलब्ध कराई जाती थी। उन्होंने कहा कि 15 अगस्त 2012 तक राज्य को करीब 1751 मेगावाट बिजली की आपूर्ति हो रही थी, जो वर्ष 2018 के जुलाई तक बढ़कर 5008 मेगावाट तक पहुंच गई। इन छह वर्षों में राज्य ने बिजली के क्षेत्र में बड़ी उपलब्धि की है। उन्होंने ऊर्जा विभाग को सुझाव देते हुए कहा कि उपभोक्ताओं को बिजली बिल समय पर उपलब्ध कराएं।