अपने काम और तौर तरीकों से चर्चा में रहने वाले आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर ने बिना वेतन अवकाश के लिए आवेदन किया है.
उत्तर प्रदेश कैडर के 1992 बैच के ठाकुर ने अवकाश के लिए यह आवेदन अखिल भारतीय सेवा अवकाश नियमावली 1955 के नियम 15 के अंतर्गत दिया है. अगर उनका आवेदन स्वीकार कर लिया जाता है तो वह 1 जुलाई 2014 से एक वर्ष के लिए बिना वेतन छुट्टी पर चले जायेंगे.
नौकरशाही डॉट इन को भेजे गये एक विज्ञप्ति में ठाकुर ने कहा है कि आवेदन में मैं मुख्य रूप से कहा है कि मैं अपनी व्यक्तिगत हैसियत में कई सामाजिक कार्यों से सम्बद्ध रहता हूँ किन्तु मुझे ऐसा अनुभव हो रहा है कि अधिक मनोयोग और समर्पण से इन सामाजिक कार्यों को करने के लिए मुझे कम से कम एक साल के पूर्ण अवकाश की आवश्यकता है ताकि मैं सेवा आचरण नियमावली के तहत पूर्ण समर्पण के साथ सामाजिक कार्यों में सहभागिता कर सकूँ.
ध्यान रहे कि अमिताभ ठाकुर व्यवस्था के विपरीत धारा में चलने के लिए जाने जाते हैं. यही कारण है कि उन से कई साल जूनियर अधिकारियों का उनसे पहले प्रोमोशन हो चुका है. अभी हाल ही में ठाकुर के स्थानांतरण को लेकर काफी विवाद खड़ा हो गया था. ठाकुर का आरोप था कि स्थानांतरण किये जाने के बावजूद वहां के अधिकारी ने उन्हें चार्ज नहीं दिया था इसलिए उन्होंने इसकी लिखित शिकायत तक कर दी थी.