उड़ीसा हाईकोर्ट के पूर्व मुख्य न्यायाधीश बिलाल नजकी सोमवार को बिहार राज्य मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष का पदभार ग्रहण करेंगे।
विनायक विजेता
सरकार ने कुछ दिनों पूर्व बिलाल नजकी को राज्य मानवाधिकार आयोग का अध्यक्ष मनोनित किया था।
18 नवम्बर 1947 को श्रीनगर में पैदा हुए बिलाल नजकी के पिता गुलाम रसुल नजकी साहित्यकार व कवि थे जिन्हें 1987 में प्रतिष्ठित साहित्य अकादमी पुरस्कार भी मिल चुका है। ग्रजेएशन करने के बाद बिलाल नकवी ने श्रीनगर बार कांऊसिल की सदस्यता ले ली।
1986 में वे जम्मू-कश्मीर के डिप्टी एडवोकेट जेनरल बने। 2005 में दो बार आंध्र प्रदेश के प्रभारी मुख्य न्यायाधीश रहने वाले बिलाल नजकी को 14 नवम्बर 2009 को उड़ीसा हाइकोर्ट का मुख्य न्यायाधीश बनाया गया।
2009 में ही उन्हें सरकार ने जम्मू-कश्मीर मानवाधिकार आयोग का अध्यक्ष बनने का प्रस्ताव दिया था जिसे उन्होंने स्वीकार नहीं किया। बिहार राज्य मानवाधिकार आयोग केसदस्य सह कार्यकारी अध्यक्ष नीलमणि ने बताया कि नए अध्यक्ष सोमवार को बारह बजे पटना एयरपोर्ट पर पहुंचेंगे उसके बाद दोपहर कार्यभार ग्रहण करने के बाद वह आयोग कार्यालय में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करेंगे