बिहार राज्य मानवाधिकार आयोग के नए अध्यक्ष जस्टिस बिलाल नजकी सोमवार को सेवा विमान से पटना पहुंचे। सोमवार को ही दोपहर बाद नए अध्यक्ष ने अपना कार्यभार संभाल लिया।
विनायक विजेता
मूल रुप से श्रीनगर के रहने वाले बिलाल नजकी उड़ीसा हाइकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश रह चुके हैं।
दोपहर बारह बजकर पांच मिनट पर जैसे ही जस्टिस बिलाल नजकी हवाई जहाज से उतर कर लाउंज में पुहुंचे वहां पहले से ही इंतजार कर रहे राज्य के गृह सचिव अमिर सुबहानी और पूर्व डीजीपी सह मानवाधिकार आयोग के सदस्य नीलमणि आगे बढ़कर उनका स्वागत किया। दोनों अधिकारी नए अघ्यक्ष के साथ ही एयरपोर्ट से बाहर निकले।
18 नवम्बर 1947 को श्रीनगर में पैदा हुए बिलाल नजकी के पिता गुलाम रसुल नजकी साहित्यकार व कवि थे जिन्हें 1987 में प्रतिष्ठित साहित्य अकादमी पुरस्कार भी मिल चुका है। ग्रजेएशन करने के बाद बिलाल नकवी ने श्रीनगर बार कांऊसिल की सदस्यता ले ली।
1986 में वे जम्मू-कश्मीर के डिप्टी एडवोकेट जेनरल बने। 2005 में दो बार आंध्र प्रदेश के प्रभारी मुख्य न्यायाधीश रहने वाले बिलाल नजकी को 14 नवम्बर 2009 को उड़ीसा हाइकोर्ट का मुख्य न्यायाधीश बनाया गया