मूल रूप से बिहार के मुजफ्फरपुर के आईपीएस अधिकारी व दिल्ली के मौजूदा पुलिस कमिश्नर आलोक वर्मा का सीबीआई का प्रमुक बनना तय हो गया है. वह 26 जनवरी के बाद पद संभाल सकते हैं.
बीते 2 दिसंबर को अनिल सिन्हा के सेवानिवृत होने के बाद से सीबीआई प्रमुख का पद खाली चल रहा है. अभी गुजरात काडर के आईपीएस राकेश अस्थाना इसके अंतरिम निदेशक हैं. लेकिन अस्थाना के खिलाफ प्रशांत भूषण ने अदालत में याचिका दायर कर दी थी उसके बाद संसद में भी उनके नाम पर विवाद हुआ था. लेकिन अब मीडिया खबरों में बताया जा रहा है कि प्रधान मंत्री की अध्यक्षता वाली चयन समिति ने वर्मा के नाम पर अपनी सहमति दे दी है.
बिहार के मुजफ्फरपुर के आलोक वर्मा 1979 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं और उन्होंनेा बीएस बस्सी की जगह दिल्ली पुलिस कमिशनर का पद ग्रहण किया था. 58 वर्षीय वर्मा ने इतिहास में एमए की डिग्री ली है.
आलोक वर्मा एजीएमयूटी (अरूणाचल प्रदेश-गोवा-मिजोरम और केंद्र शासित प्रदेश) के अधिकारी हैं. वह तिहाड़ जेल के महानिदेशक के रूप में काम कर चुके हैं.
वह पुलिस (प्रशासन) में विशेष आयुक्त के रूप में सेवाएं भी दे चुके हैं. वर्मा छह अगस्त 2014 को तिहाड़ के महानिदेशक बनाये गये थे।
इससे पहले भी वर्मा दिल्ली पुलिस में विभिन्न पदों पर अपनी सेवाएं दे चुके हैं। इन पदों में दक्षिण जिले में पुलिस उपायुक्त, अपराध शाखा के संयुक्त आयुक्त, नई दिल्ली रेंज के संयुक्त पुलिस आयुक्त, विशेष पुलिस आयुक्त (इंटेलिजेंस) और सतर्कता के विशेष पुलिस आयुक्त शामिल हैं।