बिहार प्रदेश कांग्रेस के नवनियुक्त प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल को अपने स्वागत समारोह में काफी कड़ेवे अनुभव से तब गुजरना पड़ा जब वह भाषण के दौरान कांग्रेस के सेक्युलर किरदार की चर्चा कर रहे थे. इसी दौरान उनसे सवाल किया गया कि औरंगबाद दंगे के आरोपी कांग्रेस विधायक पर कार्रवाई होनी चाहिए.
यह सवाल तब उठाया गया जब गोहिल खुद भाषण दे रहे थे. वह कांग्रेस की सेक्युलर परम्परा की तारीफ कर रहे थे. पटना के कांग्रेस मुख्यालय सदाकत आश्रम में आयोजित इस कार्यक्रम के दौरान बिहार प्रदेश कांग्रेस अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के प्रवक्ता इबरार अहमद रज़ा ने औरंगाबाद में सम्प्रदायिक दंगो के आरोपी विधायक आनंद शंकर पर पार्टी द्वारा करवाई की मांग की गई.
पिछले ही हफ्ते सीपी जोशी की जगह बिहार कांग्रेस के प्रभारी बनाये गये गोहिल के लिए यह स्थिति काफी तनावपूर्ण हो गया. क्योंकि अभी अभी पद संभाले गोहिल को बिहार की राजनीति और समाज को समझना है. हालांकि उनके बचाव में विधायक शकील अहमद आये और बीच का रास्ता निकालने की कोशिश की.
अखिल भारतीय कांग्रेस के सचिव व विधायक डा.शकील अहमद खान ने इबरार रजा को समझाया कि जाँच रिपोर्ट आने के बाद पार्टी आलाकमान को अवगत कराया जायेगा और उचित करवाई होगी.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस गांधी जी की विचारधारा पर चलने वाली पार्टी है अगर उसके किसी विधायक पर इलज़ाम लगता है तो जाँच कर तुरन्त करवाई होनी चाहिए , कांग्रेस का मूलाधार वोट भी अल्पसंख्यक है ऐसे में पार्टी की छवि को धूमिल करने वाले विधायक पर करवाई होनी चाहिए “