जम्मू कश्मीर के उरी सेक्टर में रविवार को आतंकी हमले में शहीद बिहार के तीनों जवानों का आज पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार कर दिया गया। गया शहर के विष्णुपद स्थित श्मशान घाट पर दोपहर करीब एक बजे शहीद लांस नायक सुनील कुमार विद्यार्थी का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव से लाया गया।
शहीद के पैतृक गांव से गया विष्णुपद तक जाने के रास्ते में लोग शहीद एसके विद्यार्थी अमर रहे के जयकारे लगा रहे थे। विश्व प्रसिद्ध विष्णु मंदिर से कुछ दूरी पर बने महाश्मशान घाट पर अंत: सलीला फल्गु नदी के किनारे बनी चिता पर शहीद सदैव के लिये चिरनिद्रा में सो गये। इस मौके पर नेता प्रतिपक्ष प्रेम कुमार, मगध के आयुक्त लियान कुंगा, जिलाधिकारी कुमार रवि, वरीय पुलिस अधीक्षक गरिमा मालिक सहित सेना के कई अधिकारी एवं हजारो की संख्या में लोग मौजूद थे।
आरा से मिले समाचार के अनुसार, शहीद हवलदार अशोक कुमार सिंह की अंत्येष्टि उनके पैतृक गांव में पूरे राजकीय सम्मान के साथ कर दी गयी। इससे पूर्व शहीद अशोक कुमार सिंह का पार्थिव शरीर जब उनके पैतृक गांव रकटू टोला पहुंचा तो पूरा गांव गमगीन हो गया। शहीद अशोक सिंह को मुखाग्नि उनके बड़े पुत्र ने दी। इस दौरान सेना के जवानों ने उन्हें सलामी दी। कैमूर जिले के नुआंव प्रखंड के बड्डा गांव के रहने वाले शहीद जवान राकेश सिंह की अंत्येष्टि पूरे राजकीय सम्मान के साथ कर दी गयी। इस बीच बिहार सरकार ने तीनों शहीद के परिजनों को 11-11 लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की है। इससे पहले सरकार ने शहीद के परिजनों के लिए पांच-पांच लाख रुपये मुआवजे की घोषणा की थी।