बिहार के पूर्व राज्यपाल अखलाकुर्रहमा किदवई का देहांत हो गया है. वह 96 वर्ष के थे.
एआर किदवई पश्चिम बंगाल, हरियाणा के राज्यपाल की हैसियत से भी सेवा दे चुके थे. डा. किदवई 200 से 2004 के बीच राज्यसभा के सदस्य भी रहे.
वह बिहार के दो बार गवर्नर रहे. पहली बार 1978 से 1985 तक जबकि दूसरी बार 1993 से 1998 तक.
किदवई का जन्म 1920 में उत्तर प्रदेश के बारबंकी में हुआ था. किदवई ने अपने करियर की शुरुआत अलीगढ़ मुस्लिम विश्विद्यालय में केमेस्ट्री के प्राध्यापक के तौर पर की.
उसके बाद वह 1974- से 747 तक संघ लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष रहे. डा. किदवई एएमयू के उपकुलपति भी रहे.
किदवई को 2011 में उनकी शानदार सेवा के लिए प्रतिष्ठित पद्मविभूषण सम्मान से नवाजा गया था.
डा. किदवई रसायन शास्त्र के प्रखर विद्वान थे. राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय जर्नल्स में कार्बनिक रसाय और बायोकेमेस्ट्री में उनके 40 से भी अधिक शोध पत्र प्रकाशित हुए थे.
डा किदवई ने स्वतंत्रता आंदोलन में भी बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया था. उन्होंने 1942 के भारत छोड़ो आंदोलन में विशेष भूमिका भी निभाई थी.