उद्योग मंत्री भीम सिंह ने कहा है कि बिहार के युवाओं में उद्यमिता का अभाव है। आज पटना में उद्योग विभाग की उपलब्धियों की जानकारी देते हुए संवाददाताओं से उन्होंने कहा कि राज्य के युवा मेहनती है, लेकिन उनमें उद्यमिता की प्रवृत्ति नहीं है। युवाओं को स्वरोजगार के लिए आगे आना चाहिए। उन्होंने कहा कि मेक इन इंडिया में बिहार का भी हिस्सा होना चाहिए। बिहार के विकास के बिना भारत का विकास नहीं हो सकता है।
नौकरशाही ब्यूरो
अपने विभाग की मध्यावधि समीक्षा की चर्चा करते हुए कहा कि बिहार में रोजगार और उद्यमिता की अपार संभावना है और इस दिशा में सरकार प्रभावी कदम उठा रही है। मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने उद्योग कैबिनेट का गठन भी किया है, ताकि उद्योगों को लेकर गंभीर कार्य हो सके। उन्होंने कहा कि विभाग ने सिंगल विंडो सिस्टम की शुरुआत की है, जिसमें प्रमुख विभाग के अधिकारी भी बैठेंगे।
श्री सिंह ने कहा कि केंद्रीय राज्यमंत्री गिरिराज सिंह को विभाग के बजाए राजनीति में ज्यादा रुचि रहती है। इस कारण उन्हें विभाग और सरकार के कार्यों की जानकारी नहीं रहती है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार केंद्र सरकार की सभी उद्योग परियोजनाओं को पूरा समर्थन दे रही है। उद्योग मंत्री ने कहा कि सरकार निजी औद्योगिकी क्षेत्रों के स्थापना के लिए प्रयासरत है। मोकामा और वैशाली के दो प्रस्तावों के डीपीआर आ गया है, जबकि अन्य आठ प्रस्ताव विचाराधीन हैं। उन्होंने निवेश प्रस्ताव, उद्यमियों को मिलने वाली रियायत और विभाग की उपलब्धियों की विस्तृत जानकारी दी। इस मौके पर विभाग के कई अधिकारी भी मौजूद थे।
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