मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज साफ शब्दों में कहा कि बिहार को छिटपुट मदद नहीं बल्कि विशेष राज्य का दर्जा चाहिए । श्री कुमार ने 69 वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर यहां गांधी मैदान में तिरंगा फहराने के बाद प्रदेश के लोगों को सम्बोधित करते हुए केन्द्र सरकार की ओर इशारा कर कहा कि लोग पैसे देने की बात करते हैं यदि देना ही है तो विशेष राज्य का दर्जा दे दो, छिटपुट मदद करने से कुछ नहीं होगा ।
उन्होंने कहा कि बिहार को धन का नहीं बल्कि नीति का समर्थन चाहिए । राज्य में इतना दम है कि वह अपने बलबूते तरक्की कर सकता है और राष्ट्र के विकास में भी योगदान दे सकता है । मुख्यमंत्री ने कहा कि विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग बिहार का हक है और यदि यह मिल जाता है तो उसे और किसी मदद की जरूरत नहीं होगी । उन्होंने कहा कि विशेष राज्य का दर्जा मिलने से यहां उद्योग लगाने पर करों में छूट मिलेगी और इसके कारण यहां निवेशक पूंजी लगाने के लिए आकर्षित होंगे ।
श्री कुमार ने कहा कि राज्य में कल कारखाने लगने से लाखों लोगों को रोजगार मिलता । बिहार के युवाओं को नौकरी के लिए दूसरे राज्यों में जाने की जरूरत नहीं होती, बल्कि दूसरे राज्यों से लोग यहां आकर काम करते । श्री कुमार ने कहा कि बिहार विकास के पथ पर बढ़ चला है और अब दुनिया की कोई ताकत बिहार को आगे बढ़ने से नहीं रोक सकती । बिहार का विकास बिहार के लोगों के बलबूते पर हीं होगा । मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2000 में जब बिहार का विभाजन कर झारखंड बना था। उस समय राज्य में निराशा का भाव था । खनिज संपदा और उद्योग झारखंड में चले गए थे ।