बिहार में विनिर्माण, विद्युत, गैस एवं जलापूर्ति, व्यापार, होटल, संचार के साथ ही मत्स्य एवं एक्वाकल्चर क्षेत्र के जबरदस्त प्रदर्शन की बदौतल वित्त वर्ष 2015-16 में राज्य सकल घरेलू उत्पाद (एसजीडीपी) की दर 7.6 प्रतिशत रही जो आलोच्य अवधि में देश की आर्थिक विकास दर 6.8 प्रतिशत के मुकाबले 0.6 प्रतिशत अधिक है।
विधान सभा में आर्थिक सर्वेक्षण प्रस्तुत
वित्त मंत्री अब्दुल बारी सिद्दीकी ने शुरू हुये विधानसभा के बजट सत्र में वित्त वर्ष 2015-16 का आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट पेश किया। सर्वेक्षण रिपोर्ट में कहा गया है कि आलोच्य वित्त वर्ष में इन क्षेत्रों के विकास की दर 10 प्रतिशत से अधिक रही है। विनिर्माण क्षेत्र की वृद्धि दर जहां 17.7 प्रतिशत रही वहीं विद्युत, गैस एवं जलापूर्ति की 15.2 प्रतिशत, व्यापार, मरम्मत, होटल एवं रेस्त्रां की 14.6 प्रतिशत, परिवहन, स्टोरेज एवं संचार की 1.26 प्रतिशत तथा मत्स्य एवं एक्वाकल्चर की बढ़ोतरी दर 10 प्रतिशत रही है। इन क्षेत्रों के रिकॉर्ड योगदान की बदौलत ही नये आधार वर्ष (2011-12) पर राज्य की आर्थिक विकास दर 7.6 प्रतिशत पर पहुंची है।
सर्वेक्षण के मुताबिक वित्त वर्ष 2011-12 के 25.2 मुकाबले वित्त वर्ष 2015-16 में कुल एसजीडीपी में तृतीयक क्षेत्र (सेवा क्षेत्र) के योगदान में जहां छह प्रतिशत की उछाल दर्ज की गई वहीं प्राथमिक क्षेत्र (कृषि) और द्वितीयक क्षेत्र (उद्योग) के योगदान में क्रमश: सात प्रतिशत और 0.2 प्रतिशत की गिरावट देखी गई। इस दौरान प्राथमिक क्षेत्र का योगदान 25.2 प्रतिशत से घटकर 18.3 प्रतिशत, द्वितीयक क्षेत्र का 18.3 प्रतिशत से कम होकर 18.1 प्रतिशत रह गया वहीं तृतीयक क्षेत्र का योगदान 54.3 प्रतिशत से बढ़कर 59.9 प्रतिशत पर पहुंच गया।