आये दिन बिहार में बढ़ते अपराध से राज्य के डीजीपी के एस द्विवेदी काफी खफा हैं। उन्होंने कहा कि थाने स्तर पर लापरवाही की वजह से अपराध पर लगाम नहीं लग पा रहा है। डीजीपी ने बरते 9 महीनों में दूसरी बार अपनी नाराजगी जाहिर की। साथ ही डीजीपी ने भी माना है कि बिहार में हो रही 60 फीसदी हत्या के लिए जमीन विवाद को लेकर होती है।
नौकरशाही डेस्क
डीजीपी ने अपनी नाराजगी का इजहार करते हुए राज्य के सभी एसएसपी,डीएसपी, कमांडेंट समेत कई अधिकारियों को पत्र लिखा। पत्र के अनुसार, ‘थाना स्तर पर अपराध की रोक-थाम की ओर कम ध्यान दिया जाता है। यदि अपराध की रोकथाम की दिशा में थोड़ी भी कार्रवाई की जाए तो अपराध में बहुत बड़ी कमी आएगी और पब्लिक परसेप्शन भी सुधरेगी’
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डीजीपी केएस द्विवेदी ने कहा कि पूर्व मेयर समीर हत्याकांड भी जमीन कारोबार के कारण हुआ है। उन्होंने मीडिया के माध्यम से लोगों से अपील करते हुए कहा कि अधिक मात्रा में कैश लेकर निकलने से पहले पुलिस की मदद लें। पुलिस गंतव्य स्थान तक पहुंचाएगी।
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डीजीपी ने ये भी कहा कि रात छोड़िए,दिन में भी पुलिस गस्ती नहीं करती। इससे अपराधी वारदात को अंजाम देकर फरार हो जा रहे हैं। उन्होंने अपने लिखे पत्र के जरिये अफसरों को सही से ड्यूटी करने और कानून का राज बहाल करने का आदेश दिया है।
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साथ में उन्होंने ये भी जोड़ा है कि अपराध में कमी तो आयी है,लेकिन अपराधियों के मनोबल में नहीं। उनके मन में यह बैठ गया है कि अपराध कर वे आराम से फरार हो जाएंगे। अपराध के ग्राफ में कमी आई है, लेकिन हत्या और कैश लूट की घटनाएं बढ़ी हैं।