देश में खादी के बढ़ते बाजार के मद्देनजर बिहार सरकार राज्य में निर्मित खादी की शीघ्र ब्रांडिग करती नजर आयेगी। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राष्ट्रीय चरखा दिवस पर आज पटना में आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुये कहा कि खादी का महत्व आजादी की लड़ाई से रहा है। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने चरखा के महत्व पर बल दिया था। गांव-गांव को स्वावलंबी बनाने के लिये गांधी जी ने चरखा को बढ़ावा दिया और वे चाहते थे कि लोग सूत काते, कपड़ा बुने और पहने।
उन्होंने कहा कि आजादी की लड़ाई के समय कपड़ों की भी किल्लत थी इसलिये चरखा को प्रचारित कर लोगों को उसके प्रति आकर्षित किया गया। श्री कुमार ने कहा कि उनकी सरकार राज्य में खादी उद्योग को बढ़ावा देने की हरसंभव कोशिश कर रही है। बिहार की खादी की ब्रांडिंग हो, इसमें शुद्धता एवं गुणवता हो, इसका प्रचार-प्रसार हो , इसी उद्देश्य के साथ खादी की बिक्री के लिये भवन और शोरूम बनाये जा रहे है। बाजार के अनुसार खादी वस्त्रों की बार कोडिंग हो रही है। उन्होंने कहा कि खादी वस्त्रों के तरफ नई पीढ़ी को आकर्षित करने के लिए नये डिजाइन के साथ वस्त्रों को बाजार में उतारना होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि खादी वस्त्रों के नये डिजाइन के संदर्भ में उद्योग विभाग द्वारा राष्ट्रीय फैशन एवं तकनीकी संस्थान पटना से समझौता किया गया है। निफ्ट खादी वस्त्रों का नया डिजाइन बनायेगा। खादी वस्त्रों की ब्रांडिंग होगी, इससे खादी वस्त्रों की मांग बढ़ेगी और इससे जुड़े लोगों की आमदनी भी बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि खादी को बढ़ावा देने के लिये नीति बनाने के साथ सरकार पूरे मन से इस क्षेत्र से जुड़े लोगों की मदद करना चाहती हैं।