एक बार फिर बिहार से एके 47 के बरामद होने की खबर है. इस बार यह बरामदगी बेगूसराय जिले से हुई है, जहां एक एके 47 के साथ चार हथियार तस्करों को गिरफ्तार किया गया है. एसटीएफ और जिला पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में यह बड़ी सफलता मिली है
नौकरशाही डेस्क
मालूम हो कि बिहार में अवैध हथियारों की फैक्ट्री के तौर पर पहचान बना चुके मुंगेर की चर्चा एके-47 वाले शहर के तौर पर होने लगी है. पिछले एक महीने में मुंगेर के कुएं और जमीन के अंदर छिपा कर रखे 20 एके-47 की बरामदगी ने कई राज्यों की पुलिस को बेचैन कर दिया था. इस के बाद एनआइए इस मामले की तह तक जाकर देशविरोधी व आतंकी तथा नक्सली लिंक की पड़ताल कर रही है और रविवार को इस सिलसिले में एनआईए की टीम मुंगेर पहुंची है.
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जबलपुर के सेंट्रल ऑर्डिनेंस डिपो (सीओडी) से तस्करी कर मुंगेर लाए गए एके 47 राइफलों में अनेक आतंकवादियों व देश विरोधी तत्वों से लेकर नक्सलियों व संगठित अपराधियों के हाथों बेचे जाने का खुलासा हुआ है. इसी बीच आज बेगूसराय में पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई कर महत्वपूर्ण सफलता हासिल की है.
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मिली जानकारी के अनुसार, लखीसराय निवासी दिलीप सिंह नक्सलियों के हाथों एके-47 बेचने की कोशिश कर रहे थे. जिसकी भनक एसटीएफ की टीम को लग गई. इसके बाद नक्सली बनकर पहुंची एसटीएफ ने एके 47 को लेकर बात की और दिलीप सिंह सहित अन्य को पकड़ लिया. फिलहाल अन्य जगहों पर छापेमारी चल रही है.
गौरतलब है कि पिछले दो महीने में मुंगेर से दर्जनों एके 47 बरामद किये जा चुके हैं. इस मामले में अनेक लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. बताया जाता है कि अनेक राजनीतिक दलों के दबंगों के हाथों में भी ये राइफलें जा चुकी हैं. पिछले दिनों मुजफ्फरपुर के पूर्व मेयर समीर सिंह की हत्या भी AK 47 की जा चुकी है।