पिछले विधान सभा चुनाव में भाजपा का नारा था- अबकी बार, भाजपा सरकार। इस नारे को साकार करने में भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व विफल रहा। हालांकि बाद में बिहार भाजपा ने अपने सपने को साकार किया और सरकार में शामिल हो गयी। सरकार का हिस्सा बन गयी। तकनीकी रूप से जदयू की सरकार को भाजपा का समर्थन प्राप्त है। भाजपा ने जदयू के नेता नीतीश कुमार को सरकार बनाने में समर्थन का पत्र राज्यपाल को सौंपा था, सरकार बनाने का दावा पेश नहीं किया था।
वीरेंद्र यादव
26 अगस्त के बाद अपडेट नहीं हुआ भाजपा का आफिसियल पेज
अपनी सरकार नहीं बनाने का मलाल अभी भी भाजपा को है। सरकार बदलने के बाद भी भाजपा का सपना और संकल्प नहीं बदला है। बिहार भाजपा के फेसबुक आफिसियल पेज पर आज भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने भाषणों में सोनिया गांधी, लालू यादव के साथ नीतीश कुमार पर आरक्षण ‘लूटने’ का आरोप लगा रहे हैं। साथ ही खुद को आरक्षण बचाने वाला बता रहे हैं। नारा भी चमक रहा है – अबकी बार भाजपा सरकार।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया को राजनीति का नया मंच के रूप में इस्तेमाल किया और पहचान भी दी। लेकिन उनकी ही पार्टी बिहार में विधान सभा चुनाव के लगभग 20 महीने बाद भी अपना फेसबुक पेज का कलेवर अपडेट नहीं कर सकी है। नीतीश सरकार की ‘कुर्सी पिछले डेढ़ महीने से भाजपा के कंधे पर है, इसके बावजूद भाजपा का आफिसियल पेज अपना कलेवर बदलने को तैयार नहीं है। आज रात के 8 बजे तक पेज 26 अगस्त के बाद अपडेट भी नहीं हुआ है। भाजपा खुद को तकनीकी रूप से अपडेट मानती हैं। उसके अधिकतर नेताओं का अपना फेसबुक काफी अपडेट रहा है, लेकिन पार्टी पीछे छूट जा रही है। पार्टी इस ओर ध्यान नहीं देगी, तो पेज मजाक बन कर रह जाएगा।