बिहार के गोपालगंज में जहरीली शराब पीने से 17 लोगों की मौत की पुष्टि के बाद सरकार ने शराबबंदी लागू होने के बाद अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई की है.
गोपालगंज के 25 पुलिसकर्मियो को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है. उधर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने साफ शब्दों में कहा है कि इस मामले में किसी दोषी को न तो बख्शा जायेगा और न ही किसी को बचाने दिया जायेगा. उन्होंने यह भी कहा कि अवैध शराब बनाने वालों के खिलाफ साक्ष्य मिलने के बाद उन्हें आजीवन कारावास या फांसी की सजा तक हो सकती है.
यह घटना गोपालगंज के खजूड़बारी गांव में हुई है. मीडिया की खबरों में बताया गया है कि 15 अगस्त को अवैध भट्टी में शराब पीने कुछ लोग गये थे.
गौरतलब है कि शराब बंदी के बाद राज्य सरकार ने सख्त कानू पारित किया है. इस कानून के तहत जहां शराब के सेवन को गैरकानूनी करार दिया गया है वहीं पुलिस और उत्पाद विभाग के अधिकारियों द्वारा कानून का उल्लंघन करने या गलत इस्तेमाल करने पर कड़ी सजा का प्रावधान रखा गया है. इस कड़े प्रवाधान से पुलिस विभाग में पहले से ही हड़कम्प मचा है. दर्जनों पुलिसकर्मी थानेदार के पद से खुद को मुक्त करने का अनुरोध सरकार से कर चुके हैं.