प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज राष्ट्रकवि रामधारी सिंह ‘दिनकर’ को सांस्कृतिक राष्ट्रवाद का प्रवर्तक तथा जनता को आंदोलित करने वाला पथ प्रदर्शक कवि बताते हुए उनके सपने को पूरा करने के लिए बिहार से जातिवाद की राजनीति को खत्म करने तथा उसे समृद्ध कर देश का विकास करने का आह्वान किया ।
श्री मोदी ने श्री दिनकर की चर्चित कृति ‘‘संस्कृति के चार अध्याय ” तथा “ परशुराम की प्रतीक्षा” के प्रकाशन के 50 साल पूरे होने पर विज्ञान भवन में आयोजित समारोह में यह आह्ववान किया । उन्होंने बिहार समेत पश्चिम बंगाल और पूर्वोत्तर राज्यों के विकास पर जोर देते हुए कहा कि जिस तरह पश्चिमी राज्यों में समृद्धि आयी है उस तरह पूर्वी राज्य समृद्ध नहीं हुये है। जब तक इन राज्यों का विकास नहीं होगा देश का विकास संभव नहीं है ।
समारोह में श्री मोदी ने दिनकर के परिवार के वृद्धजनों को शॉल ओढ़ाकर सम्मानित भी किया । दिनकर पर एक डाक्यूमेंटरी फिल्म भी दिखायी गयी । इस अवसर पर केन्द्रीय कृषि मंत्री राधामोहन सिंह , केन्द्रीय संचार और प्रौद्योगिकी मंत्री रवि शंकर प्रसाद, सूक्ष्म एवं लघु उद्योग मंत्री गिरिराज सिंह के अलावा बिहार के वरिष्ठ भाजपा नेता सुशील कुमार मोदी तथा नंद किशोर यादव समेत अनेक नेता एवं सांसद भी मौजूद थें । समारोह का आयोजन पूर्व केन्द्रीय मंत्री तथा भाजपा सांसद सी.पी. ठाकुर ने किया था । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर को जनता को प्रेरित करने वाला तथा ‘सांस्कृतिक राष्ट्रवाद’ का प्रवर्तक कवि बताते हुए उनके सपनों को पूरा करने के लिए बिहार से जातिवाद को मिटाने तथा राज्य को समृद्ध बनाने का आह्वान किया है।