बिहार में चौथे चरण में हो रहे चुनाव में कुल 94 प्रत्याशियों में से 31 पर आपराधिक मुकदमें है. इस बात को खुद प्रत्याशियों ने चुनाव आयोग में जमा अपने शपथ पत्र में स्वीकार किया है.
बिहार एलेक्शन वॉच और एसोसियशन ऑफ डेमोक्रेटिक रिसर्च ने ये आंककड़े प्रत्याशियों द्वारा चुनाव आयोग को दिये शपथ पत्र के अध्ययन के बाद जारी किया है जिसमें कहा गया है कि 33 प्रतिशत प्रत्याशियों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं.
आंकड़ों के अनुसार इन 94 प्रत्याशियों में से 19 ऐसे हैं जिन पर गंभीर किस्म के आपराधिक मामले दर्ज हैं. इस प्रकार गंभीर किस्म के आपराधिक मामले वाले प्रत्याशियों में से 20 प्रतिशत पर गंभीर आपराधिक मामले चल रहे हैं. इनमें हत्या और किडनैपिंग जैसे गंभीर आरोप भी शामिल हैं.
रिपोर्ट के मुताबिक चौथे फेज के चुनाव में बीएसपी के 7 में से 2 प्रत्याशियों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं. जबकि जदयू के 6 में से एक प्रत्याशी पर आपराधिक मामला चल रहा है. इसी तरह आरजेडी के 6 में से 5 पर आपराधिक मामले चल रहे हैं.
इसी प्रकार इस फेज में भाजपा के 5 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं जबकि इनमें से 2 पर आपराधिक मामले दर्ज हैं. जबकि आम आदमी पार्टी के 3 में से 2 पर आपराधिक मामले चल रहे हैं.
आरजेडी के प्रत्याशी राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव पर हत्या का आरोप है. राजेश मधेपुरा से चुनाव लड़ रहे हैं. इसी तरह 5 प्रत्याशियों ने स्वीकार किया है कि उन पर हत्या के प्रयास के मामले चल रहे हैं.