सोशल मीडिया कनेक्शन पर टिकी है पेपर लिक प्रकरण की जांच, पेपर सोशल मीडिया पर कब हुआ लीक इस गुत्थी के सुलझने पर मिलेगा जवाब
पटना.
बीएसएससी पेपर लीक प्रकरण में अभी तक एसआईटी यह नहीं बता सकी है की आखिरकार पेपर सोशल मीडिया पर पहली बार कहा से लीक हुए. पेपर लीक प्रकरण के लगातार मास्टर माइंड को बदलने वाली एसआईटी के हाथ इस बुनियादी सवाल पर अभी तक क्यों खाली है, यह समझ से परे है. हरेक क्राइम एक्सपर्ट के साथ आम आदमी भी यह जानने की जुगत में है की आखिर सोशल मीडिया पर पहली बार कब क्वेश्चन पेपर लीक हुआ? यदि इस सवाल का जवाब मिल गया तो उसके बाद इस पूरे प्रकरण के सही दोषियों का पता चल सकेगा. यदि परीक्षा के एक दिन पहले पेपर लीक हुआ होगा तो आयोग पर सवालिया निशान लगेंगे. यदि लीक होने की अवधि 12 घंटे से कम होगी तो संबंधित जिलों के जिलाधिकारियों तक जांच का दायरा बढ़ेगा. सोशल मीडिया में ब्लू रंग के पॉलीपेपर में लिपटा जो क्वेश्चन पेपर वायरल हुआ है आयोग में भी उसी सफेद बैकग्राउंड में नीली धारी वाले पॉलीथीन में क्वेश्चन पेपर मिला है. इसके बाद यह भी स्पष्ट हो गया है कि जो पेपर दिखाई दे रहा है वह कोई फोटोकॉपी नहीं बल्कि अॉरीजिनल क्वेश्चन पेपर है.